संदेश

अगस्त, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

वीरेंद्र सहवाग - जब यह नाम हमारी जहन में आता हैं तो हमारे मस्तिष्क में एक छवि बन बनती हैं - एक ऐसा विस्फोटक

चित्र
वीरेंद्र सहवाग - जब यह नाम हमारी जहन में आता हैं तो हमारे मस्तिष्क में एक छवि बन बनती हैं - एक ऐसा विस्फोटक बल्लेबाज जो विरोधी टीमों के गेंदबाजों की धज्जियाँ उड़ा देने वाला बल्लेबाज। और मैच जब भारत-पाक का हो तब तो वीरेंद्र सहवाग का रोद्र रूप देखकर मजा आता था।वो दिन आज भी याद हैं जब 2004 में भारत का पाकिस्तान दौरा जहाँ हम पाकिस्तान में क्रिकेट श्रृंखला को जीतकर आए थे। सहवाग एकमात्र ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट मैच में तिहरा शतक जड़ा है। सर डोनाल्ड ब्रेडमैन और ब्रायन लारा के बाद सहवाग दुनिया के तीसरे ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक बनाने का कीर्तिमान स्थापित किया है। इसके बाद क्रिस गेल ने बनाया था। सहवाग अपने पूरे करियर में भारतीय टीम को बहुत तेज शुरुआत देते थे और गेंदबाजों पर शुरू से ही हावी हो जाते थे। सहवाग जब क्रीज पर रहते थे, तब तक विरोधियों के माथे पर उनकी क्रीज पर मौजूदगी का खौफ साफ-साफ देखा जा सकता था। सहवाग ने अक्टूबर 2015 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। नॉट - भारत के करुण नायर ने इंग्लैंड के खिलाफ 303 रन बनाए।  विस्फोटक बल

एशिया कप शुरू होने मे कुछ ही समय शेष है इसी बीच एक बहुत बङी खबर यह है कि पाकिस्तान वनडे आईसीसी रैंकिंग मे

चित्र
एशिया कप शुरू होने मे कुछ ही समय शेष है इसी बीच एक बहुत बङी खबर यह है कि पाकिस्तान वनडे आईसीसी रैंकिंग मे टाप कर गया है। इस समय पाकिस्तान के 118 रेटिंग अंक हैं जो आस्ट्रेलिया के ही बराबर हैं परन्तु प्वाइंट्स पाकिस्तान के ज्यादा होने के कारण वह रैंकिंग मे टाप पर है। पाकिस्तान का वनडे आईसीसी रैंकिंग मे टाप पर आना भारत के लिए कोई बहुत बङी परेशानी नही है क्योंकि भारतीय टीम की हमेशा से ही आदत रही है कि जो भी टीमें अपने आप को टापर समझती हैं उनको दुय मिनट मे उनकी औकात दिखा देती हैं। एक समय 2003 के दौर मे जब आस्ट्रेलिया को हराने की कोई सोच भी नही सकता था तब केवल भारत ही ऐसी टीम थी जो आस्ट्रेलिया को बार बार चैलेन्ज कर रही थी। इतना ही नही ईडेन गार्डेन मे तो आस्ट्रेलिया को ऐसा लपेटा था कि वह आज भी इतिहास है। इसके अलावा भारतीय टीम ने ऐसे ही समय समय पर तमाम टापर टीमों को उनकी सही पोजीशन का अहसास कराया है। लेकिन इस समय भारत के पास जो सबसे बङी समस्या है वह है खिलाङियों का चयन दरअसल इस समय ऐसा माहौल है कि कोई भी अंतिम 11 के बारे मे मैच से पहले जान ही नही सकता और न ही चौथे या पांचवे नम्बर पर कौन खेलेगा

पाकिस्तान की टीम में सिर्फ 3 प्रॉब्लम हैं- इसे बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग नहीं आती

चित्र
पाकिस्तान की टीम में सिर्फ 3 प्रॉब्लम हैं- इसे बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग नहीं आती Inglendऔर ऑस्ट्रेलिया एक दूसरे की जबरदस्त विरोधी टीम हैं. एशेज सीरीज का इतिहास इस बात को दिखाता है. दोनों ही टीम में कांटे की टक्कर होती है. मैदान के भीतर भी, बाहर भी. दोनों ही टीमों में एशेज सीरीज के दौरान जबरदस्त छींटाकशी का इतिहास रहा है. इस तनातनी में दोनों देशों का मीडिया भी ‘इनवॉल्व’ रहता है. वो भी एक दूसरे पर हमला करता रहता है. क्रिकेट गलियारों में एक पुराना किस्सा बड़ा मशहूर है. एशेज सीरीज से पहले एक देश की मीडिया ने दूसरी टीम के लिए लिखा, इस टीम में सिर्फ तीन परेशानियां हैं- इसे बैटिंग नहीं आती, बॉलिंग नहीं आती और फील्डिंग नहीं आती. बरसों पुराना ये किस्सा आजकल पाकिस्तान की टीम पर लागू होता दिख रहा है. दिलचस्प बात ये है कि यहां ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड नहीं बल्कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान की टक्कर चल रही है. पाकिस्तान की टीम इस वक्त दुनिया की नंबर 2 वनडे टीम है, जबकि अफगानिस्तान नंबर 9. नंबर 9 और नंबर 2 की टीम के प्रदर्शन में फर्क होना चाहिए. बावजूद इसके अफगानिस्तान की टीम ने पाकिस्तान के पसीने छुड

सन 1929 में इटली जब लीबिया पर अपना कब्ज़ा करने की लगातार कोशिश कर रहा था तब लीबिया के बागियों का सरदार उमर मुख़्ता

चित्र
सन 1929 में इटली जब लीबिया पर अपना कब्ज़ा करने की लगातार कोशिश कर रहा था तब लीबिया के बागियों का सरदार उमर मुख़्तार इटली की सेना को नाकों तले चने चबवा रहा था. मुसोलिनी को एक ही साल में चार जनरल बदलने पड़े. अंत में हार मान कर मुसोलिनी को अपने सबसे क्रूर सिपाही जनरल ग्राज़ानी को लीबिया भेजना पड़ा. उमर मुख़्तार और उसके सिपाहियों ने जनरल ग्राज़ानी को भी बेहद परेशान कर दिया. जनरल ग्राज़ानी की तोपों और आधुनिक हथियारों से लैस सेना को घोड़े पर सवार उमर मुख़्तार व उनके साथी खदेड़ देते. वे दिन में लीबिया के शहरों पर कब्ज़ा करते और रात होते होते उमर मुख्तार उन शहरों को आज़ाद करवा देता. उमर मुख़्तार इटली की सेना पर लगातार हावी पड़ रहा था और नए जनरल की गले ही हड्डी बन चुका था. अंततः जनरल ग्राज़ानी ने एक चाल चली. उसने अपने एक सिपाही को उमर मुख्तार से लीबिया में अमन कायम करने और समझौता करने के लिए बात करने को भेजा. उमर मुख्तार और जनरल की तरफ से भेजे गए सिपाही की बात होती है. उमर अपनी मांगे सिपाही के सामने रखते हैं. सिपाही चुप चाप उन्हें अपनी डायरी में नोट करता जाता. सारी मांगे नोट करने के बाद सिपाही उमर मुख्तार को ब

साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम सभी को पसंद आती हैं क्योंकि उनके पास जोंटी रोड्स

चित्र
साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम सभी को पसंद आती हैं क्योंकि उनके पास जोंटी रोड्स जैसा फील्डर हैं, जैक्स कैलिस जैसा बैट्समैन,AB डीविलियर्स जैसा फिनिसर औऱ बहुत से खिलाड़ियों से भरी हुई हैं।वैसे ऑस्ट्रेलिया औऱ साउथ अफ्रीका का मैच हो तब हम ख़ुद क़रीब-क़रीब साउथ अफ्रीका का समर्थन करते हैं।एक बॉन्डिंग दिखती है।आज भी AB डिविलियर्स विराट कोहली की तारीफ करते नही थकते। जोंटी रोड्स ने भारत के साथ भावुक बॉन्डिंग के कारण अपनी बेटी का नाम "इण्डिया" रखा। अद्भुत।2011 विश्व कप जब विजयी हुआ तब कोच गैरी क्रिस्टन थे वो भी साउथ अफ्रीका के ओपनर रह चुके हैं। जब भी विश्वकप की बात होती है तो साउथ अफ्रीका को एक मजबूत टीम माना जाता है लेकिन अंतिम झणों में खिलाड़ियों का आत्मविश्वास डगमगा जाता है इसी कारण साउथ अफ्रीका की इतनी अच्छी टीम होने के बावजूद आज तक कभी भी विश्वकप नहीं जीत पाई है।जिसका सबसे बड़ा उदाहरण 1999 के वर्ल्डकप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला गए सेमीफाइनल मुकाबले का है। इस मुकाबले में साउथ अफ्रीका 214 रनों का पीछा कर रही थी जैक्स कैलिस के अर्धशतक और जोंटी रोड्स की 43 रनों की पारी ने उन्हें काफी नजदीक भ

सर घुमा देने वाले प्रश्न हैं , हालांकि सवालो के जबाब भी हैं पर कितने संतुष्ट करते हैं वह आप पर निर्भर है ।।

चित्र
सर घुमा देने वाले प्रश्न हैं , हालांकि सवालो के जबाब भी हैं पर कितने संतुष्ट करते हैं वह आप पर निर्भर है ।। नासा से बढ़कर (( झांसा )) इस दुनिया में कोई नहीं है...Disney walt Recording Studio ( डिस्नी वाल्ट रिकार्डिंग स्टूडियो ) में शुटिंग कर आपको आकाशगंगा , मंगल , ग्रह , उपग्रह , चांद पर मानव पहुंचाने का झांसा देकर चुटिया काट लेता है... देख लो सच्चाई...सब इल्युमिनाटी का खेला है...उसका सिम्बोल भी मौजूद हैं , इससे पहले हमारी एक पोस्ट थी , जिसमें हमने यह बताया था कि इल्युमिनाटी के नकाबपोश चेहरे ही दुनिया में दुसरी दुनिया से आए हुए एलियन फेलियन साबित कर लोगों का चुटिया काटने का प्रयास किया जा रहा है... वैश्विक पूंजीवाद ही दुनिया की तमाम व्यवस्था का शासक वर्ग है ; पोल खोल पोस्ट मार्टम बाय   बिरसा_ब्रिगेड, ℹ️🅰️Ⓜ️  जिस चन्द्रमा मिशन को नासा ने बंद कर दिया था उसे 80 करोड़ गरीबों के देश ने क्यों जारी रखा है ?  जब हम पृथ्वी की समस्याओं को सुलझा नहीं पा रहे हैं दिन प्रतिदिन जल जंगल जमीन व अन्य प्राकृतिक संसाधनों को नाश कर रहे हैं...यहां सबको भोजन वस्त्र आवास जैसी सुविधाएं नहीं दे पाये ,तो चांद

IND vs IRE: 17 साल, 10 कप्तान, भारतीय क्रिकेट में जो अब तक कोई नहीं कर सका, बुमराह करने वाले हैं वो कमाल

चित्र
IND vs IRE: 17 साल, 10 कप्तान, भारतीय क्रिकेट में जो अब तक कोई नहीं कर सका, बुमराह करने वाले हैं वो कमाल! बुमराह भारतीय टी20 टीम की कप्तानी करने वाले भारत के 11वें कप्तान हैं. पिछले 17 सालों में वीरेंद्र सहवाग, एमएस धोनी, सुरेश रैना, अजिंक्य रहाणे, विराट कोहली, रोहित शर्मा, शिखर धवन, ऋषभ पंत, हार्दिक पंड्या और केएल राहुल टी20 टीम की कप्तानी कर चुके हैं. उन सभी ने भारत को कई बड़ी और ऐतिहासिक जीत दिलाई, मगर बुमराह के पास कुछ ऐसा करने का मौका है, जो भारतीय क्रिकेट के इतिहास में कोई टी20 टीम कप्तान इससे पहले नहीं कर पाया. बुमराह जब आयरलैंड के खिलाफ रविवार को दूसरे टी20 मैच के लिए मैदान पर उतरेंगे तो उनकी नजर वो कमाल करने की होगी, जो आज तक कोई भारतीय कप्तान नहीं कर पाया. बुमराह आयरलैंड के खिलाफ 3 टी20 मैचों की सीरीज में टीम इंडिया की कप्तानी कर रहे हैं. सीरीज में टीम इंडिया 1-0 से आगे हैं. अब दूसरे मैच में टीम की कोशिश बढ़त को डबल करके सीरीज पर भी कब्जा जमाने की होगी. टीम इंडिया अगर ऐसा करने में कामयाब हो जाती है तो बुमराह भारतीय क्रिकेट इतिहास में बतौर कप्तान टी20 सीरीज जीतने वाले पहले गें

World Cup में नहीं दिखेंगे 5 स्टार! खूंखार बैटर्स ने मिलकर जोड़े 18000 रन, 450 विकेट लेकर मचाया कोहराम

चित्र
World Cup में नहीं दिखेंगे 5 स्टार! खूंखार बैटर्स ने मिलकर जोड़े 18000 रन, 450 विकेट लेकर मचाया कोहराम वर्ल्ड कप 5 अक्टूबर से 19 नवंबर तक खेला जाना है. 10 टीमों के आईसीसी टूर्नामेंट में 2 महीने से भी कम का समय बचा है. ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड ने वर्ल्ड कप के लिए अपनी संभावित टीम भी घोषित कर दी है. इंग्लैंड टूर्नामेंट का डिफेंडिंग चैंपियन है. 2019 वर्ल्ड कप में कमाल का प्रदर्शन करने वाले 5 स्टार इस बार भारत में होने टूर्नामेंट में शायद ही दिखें. (Instagram)   2019 वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड की टीम रनरअप रही थी. फाइनल में इंग्लैंड ने मैच टाई होने के बाद कीवी टीम को बाउंड्री काउंट नियम से हराया था. 2023 के वर्ल्ड कप के न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन शायद ही उतरें. उन्हें आईपीएल 2023 के दौरान चोट लग गई थी. इसके बाद उन्हें सर्जरी करानी पड़ी थी. इसके अलावा मोहम्मद आमिर, लसिथ मलिंगा, एरॉन फिंच और फाफ डुप्लेसी भी वर्ल्ड कप में खेलते हुए नहीं दिखेंगे. ये पांचों खिलाड़ी वनडे में मिलकर 18397 रन बनाने के अलावा 462 विकेट भी झटक चुके हैं. (AP)   33 साल के केन विलियम्सन की बात करें, तो उनका वनडे का रिक

Blogging kya hai | What is Blog and Blogging ब्लॉगर कौन होता है – Blogger kya hai

चित्र
Blogging kya hai , दोस्तों, अगर आप इस post पर आये हो तो इसका मतलब है कि या तो आप Blog Start कर चुके हो, या फिर आप Blogging शुरू करना चाहते हो , और आप अपनी skills को develop करके blog से एक अच्छी Earning करना चाहते हैं . इसलिए आप इसके बारे में और भी अच्छी तरह से जानना चाहते हो कि Blogging kya hoti hai और Blog kya hai . जिससे की आपको इसके Key points और अच्छे से समझ आ जाएँ . और ये points खासकर New Blogger के लिए काफी जरुरी भी है . आजकल Blogging दुनिया के सामने अपनी सोच और जानकारी को present करने का सबसे अच्छा माध्यम बन चुका है . लाखों लोग internet के जरिये अपनी query और अपने problems का solution पता करने के लिए Google , bing , या Yahoo जैसे ” Search Engine ” का use करते हैं और ये Search Engine उनकी query के according आपके सामने results show करते हैं . जितने भी results Search Engine में show होते हैं वो सभी कोई न कोई Blog या फिर कोई website होते हैं जिन्हे हम और आप जैसे blogger ही लिखते है  तो आज के इस Article में आप जानोगे Blog Meaning in Hindi और Blogging kya hai .   1 .

9 अगस्त 1965 को सिंगापुर आजाद हुआ।

चित्र
9 अगस्त 1965 को सिंगापुर आजाद हुआ।  उसी ब्रिटिश से, जिससे हिंदुस्तान 20 साल पहले आजाद हो चुका था। आज कुछ दशक बाद सिंगापुर की प्रति व्यक्ति आय पचपन लाख रुपये है, एक भारतीय की महज 1.75 लाख।  गलती कहां हो गई।  ●● यह सच है कि अंग्रेजो के चंगुल से मुक्त भारत, एक विशाल आर्थिक खंडहर था। ब्रिटेन ने वाइसराय की सरकार कोई 5700 करोड़ रुपये का आधिकारिक कर्ज ले रखा था। उस वक्त की यह राशि, आज के 1.73 ट्रिलियन होती है।  मगर अंग्रेजो ने आजादी दी, उसके पहले अपना कर्ज माफ कर लिया। महज 176 करोड़ के बजट से हमारी शुरुआत हुई। देश मे न उद्योग थे, न तकनीक थी, न शिक्षा थी, और न शिक्षितो वाला व्यवहार था।  और इस पर अगले 25 साल में सरकार ने 4 युद्ध लड़े, हथियारों की दौड़ में शामिल हुई, एटमी परीक्षण किए। और जनता- उसने 3 गुनी आबादी पैदा की।  ●● सिंगापुर भी आर्थिक खंडहर ही था। अकुशल आबादी थी। जापानी और अंग्रेजी आक्रमणों ने उसकी आत्मा को दबा कुचला रखा हुआ था। मलय जाति के साथ तनाव भी था।  मगर सिंगापुर ने आकार नही, मयार बढाया। छोटे से देश के पास कोई नैचुरल रिसोर्स न थे। हां, लोकेशन थी, एक पोर्ट था। मैन्युफैक्चरिंग पर ध्यान

चाहे जितना टैलेंट भरा पङा हो,आप चाहे जितना जुझारू हों,आप

चित्र
 चाहे जितना टैलेंट भरा पङा हो,आप चाहे जितना जुझारू हों,आप चाहे जितना मेहनती हों लेकिन अगर आप भाग्यशाली नही हैं तो आपका टैलेंट,आपका जुझारूपन,आपकी मेहनत सब निरर्थक हो सकती है। हम दो उदाहरण दे रहे हैं।  एक बल्लेबाज जिसका इस समय टी20 मे पूरी दुनिया मे डंका बज रहा है उसे कोच साहब यह बोलते हैं कि वह अभी वनडे सीख रहे हैं। इस बात का उस बल्लेबाज पर यह असर हुआ कि वह खुद भी बोलने लगा कि वह अभी उतना अच्छा वनडे मे नही कर पा रहे हैं।  जी हां जब पूरे देश की मीडिया और यहां तक कि आपका कोच आपको बोलने लगे कि आप वनडे लायक नही हो तो आपके अंदर भी यह बात घर कर जाती है कि आप कहीं सच मे वनडे लायक तो नही हैं? बस इसी बात के दिमाग मे घर कर जाने की वजह से सूर्यकुमार यादव के बल्ले से आज तक वनडे मे पदार्पण के कुछ मैचों को छोङकर (जब तक मीडिया ने सूर्यकुमार को टी20 का प्लेयर घोषित नही किया था) एक भी हाफ सेंचुरी नही आई है। सूर्यकुमार के दोनो हाफसेंचुरी तब आऐ थे जब लोग उनको केवल टी20 का प्लेयर है नही बोलते थे। लोगों ने यह बोल बोल कर कि सूर्यकुमार वनडे लायक नही है सही मे उसे वनडे लायक ही नही छोङा। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि 

#virat #dhoni1990 से 2000 के बीच की एक गर्म दोपहर है। आप अपने घर के किसी एक कोने में बैठे कॉमिक्स पढ़ रहे है, बगल के प्लेट में दो समोसे रखे है

चित्र
#virat #dhoni 1990 से 2000 के बीच की एक गर्म दोपहर है। आप अपने घर के किसी एक कोने में बैठे कॉमिक्स पढ़ रहे है, बगल के प्लेट में दो समोसे रखे है जो पापा लेकर आए थे। पापा गिनती से समोसे लाते है ताकि सबके हिस्से में दो समोसे आ जाए। आप कॉमिक्स में मगन है कि आपका छोटा भाई मासूम सी शक्ल बनाए आपके बगल में आकर खड़ा हो गया। आप नजर उठाकर उसकी शक्ल देखते है, हाथ में और मुंह के किनारे समोसे का चूरा लगा हुआ है, चेहरा बता रहा है कि ये अपने हिस्से के समोसे खाकर आया है, अब आप के हिस्से में अपना हिस्सा लगाने आया है। आप एक नजर समोसे को देखते है, एक नजर अपने छोटे भाई को देखते है, समोसा उसे देने के लिए आप बिल्कुल बाध्य नहीं है, वो अपना हिस्सा खा चुका है, इसलिए घर वाले भी इस मामले में उसकी कोई मदद नहीं कर सकते है। आप चाहे तो उसे डांट कर भगा सकते है, पर उसकी मासूम शक्ल।फिर आप सोचते है कि मैं तो खाता रहता हू बाहर, ये बेचारा कहा बाहर जाता है, आप उसे अपनी प्लेट से एक समोसा उठाकर थमाते है, आपको उम्मीद है कि शुक्रिया कहा जाएगा, पर वो एक हाथ में समोसा लिए आपकी प्लेट के दूसरे समोसे को देख रहा है। एक पैर आप फंसा चु

4 के चक्कर में उलझी टीम इंडिया, रोहित के एक बयान से फंसा पेंच, वर्ल्ड कप की टीम में होने वाला है उलटफेर?

चित्र
4 के चक्कर में उलझी टीम इंडिया, रोहित के एक बयान से फंसा पेंच, वर्ल्ड कप की टीम में होने वाला है उलटफेर? भारतीय़ क्रिकेट में 1 महीने के भीतर 2 खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से सबको मुरीद बना लिया है. दोनों को ही भविष्य का सितारा माना जा रहा. एक ने धमाकेदार टेस्ट डेब्यू किया तो दूसरा टी20 में चमका. अब तक तो आप समझ गए होंगे कि हम यशस्वी जायसवाल और तिलक वर्मा की बात कर रहे. दोनों ने ही शुरुआती मुकाबलों में ही अपने लंबी रेस का घोड़ा होने के सबूत दे दिए हैं. यशस्वी की बात फिर कभी आज तिलक वर्मा की चर्चा करते हैं. तिलक ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज में डेब्यू किया और पहले तीन मुकाबलों में ही बैटिंग के हर रंग दिखाए. जरूरत पड़ने पर समझदारी से खेले, मौका पड़ने पर आक्रामक तेवर भी दिखाए और अपने विकेट की कीमत लगाकर खेले. इसी वजह से एक-दो नहीं, कई दिग्गज और पूर्व क्रिकेटर तिलक वर्मा को वर्ल्ड कप में मौका देने की वकालत कर रहे. इसमें आर अश्विन, वसीम जाफर और पूर्व चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद शामिल हैं. खेल को लेकर इन तीनों की समझ बड़ी गहरी है. इन सभी का मानना है कि तिलक वर्मा को वनडे क्रिकेट में 4 नंबर

World Cup के लिए Sanju Samson का कटेगा पत्ता? अश्विन ने अटकलों पर लगाया पूर्णविराम, अपने बयान से मचाया तहलका

चित्र
World Cup के लिए Sanju Samson का कटेगा पत्ता? अश्विन ने अटकलों पर लगाया पूर्णविराम, अपने बयान से मचाया तहलका R Ashwin onSanju SamsonChances To Get in ODI World Cup 2023 टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन की गिनती भारत के टैलेंटेड बल्लेबाजों में की जाती है। संजू सैमसन को टीम की तरफ से खेलने का मौका तो कम मिलता है। लेकिन जब उन्हें मौका मिलता है तो वह उस मौके को अच्छे से भुना नहीं पाते। इन दिनों वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 सीरीज का हिस्सा है। संजू सैमसन इस सीरीज में उनका बल्ला खामोश नजर आ रहा है। ऐसे में विश्व कप 2023 के लिए संजू सैमसन को मौका मिलेगा या नहीं इसकी चर्चा भी तेजी से की जा रही है। कई दिग्गज उनके समर्थन में उतर रहे है तो कुछ उन्हें मौका नहीं मिलने की भविष्यवाणी कर रहे है। इस कड़ी में टीम इंडिया के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपने यूटयुब चैनल पर संजू सैमसन को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने संजू सैमसन के विश्व कप में मौका मिलने की सभी अटकलों पर पूर्णविराम लगा दिया है। R Ashwin ने Sanju Samson को वनडे विश्व कप में जगह मिलने पर दिया बड़ा बयान दरअसल, रविचंद्रन

'हेड कोच बनने के लायक नहीं हैं..' द्रविड़

चित्र
'हेड कोच बनने के लायक नहीं हैं..' द्रविड़ की कोचिंग पर बरसा पाकिस्तानी खिलाड़ी, टीम इंडिया के इस पूर्व खिलाड़ी को बताया बेस्ट कोच इंडिया इस समय वेस्टइंडीज दौरे पर गई हुई है। टेस्ट और वनडे सीरीज के बाद अब वे पांच मैचों की सीरीज टी20 खेल रहे हैं, जिसमें फ़िलहाल नीली जर्सी वाली टीम 2-1 से पीछे चल रही है। भारत ने इस दौरे में वेस्टइंडीज के खिलाफ अबतक एक भी सीरीज नहीं गंवाई है, इसके बावजूद खिलाड़ियों ने उम्मीद मुताबिक प्रदर्शन नहीं दिखाया। खासतौर पर टी20 सीरीज के पहले दो मुकाबलों में मिली लगातार हार के बाद खिलाड़ियों के साथ साथ टीम मैनेजमेंट पर भी सवाल खड़े किए गए। इसी बीच पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी दानिश कनेरिया ने भारतीय टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) पर बड़ा कटाक्ष किया है। दानिश कनेरिया ने राहुल द्रविड़ पर साधा निशाना कनेरिया का कहना है कि राहुल द्रविड़ टी20 प्रारूप के हेड कोच बनने के लायक नहीं हैं। उन्होंने द्रविड़ के स्थान पर आशीष नेहरा को खेल के सबसे छोटे प्रारूप के लिए टीम इंडिया का हेड कोच बनाने का सुझाव दिया। पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ी ने अपना तर्क देते हुए कहा क

कप्तान रोहित शर्मा ने साफ किया है कि ODI वर्ल्ड कप को देखते हुए उन्हें और विराट को भारतीय T-20 टीम से बाहर रखा गया है।

चित्र
कप्तान रोहित शर्मा ने साफ किया है कि ODI वर्ल्ड कप को देखते हुए उन्हें और विराट को भारतीय T-20 टीम से बाहर रखा गया है। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और अनुभवी बल्लेबाज विराट कोहली 2022 विश्व कप के बाद से मेन इन ब्लू टी-20 टीम से बाहर हैं। दोनों सीनियर बल्लेबाजों को हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ आखिरी 2 ODI मैचों के दौरान भी भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले जाने वाली 5 मुकाबले की T-20 सीरीज में भी नहीं चुना गया था। हाल ही में स्पेन की मशहूर फुटबॉल लीग ला लिगा के ब्रांड एंबेसडर चुने जाने के दौरान मीडिया के साथ हुई बातचीत में रोहित शर्मा ने स्पष्ट किया है कि उन्हें और विराट को वेस्टइंडीज के लिए भारतीय टीम की T-20 स्क्वाड में क्यों नहीं चुना गया।  रोहित शर्मा ने कहा, पिछले साल भी हमने यही किया था - टी20 वर्ल्ड कप था, इसलिए हमने वनडे क्रिकेट नहीं खेला। अब भी हम वही कर रहे हैं, वनडे वर्ल्ड कप है इसलिए हम टी-20 नहीं खेल रहे हैं। आप सब कुछ खेलकर विश्व कप के लिए तैयार नहीं रह सकते। हमने 2 साल पहले यह निर्णय लिया था। रवींद्र जडेजा भी टी-20 नहीं खेल रहे हैं

रोहित शर्मा ने कहा है कि मैंने कभी वनडे वर्ल्ड कप नहीं जीता और 2023 ODI वर्ल्ड कप जीतना मेरा सपना है। सचिन ने 2003 वर्ल्ड कप में

चित्र
रोहित शर्मा ने कहा है कि मैंने कभी वनडे वर्ल्ड कप नहीं जीता और 2023 ODI वर्ल्ड कप जीतना मेरा सपना है। सचिन ने 2003 वर्ल्ड कप में 673 रन बनाए थे। मैथ्यू हेडन के नाम 2007 वर्ल्ड कप में 659 रन थे। इसके बाद सिंगल वर्ल्ड कप एडिशन में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में रोहित शर्मा का नाम आता है। हिटमैन ने 2019 वर्ल्ड कप में 5 शतकों के साथ 648 रन बनाए थे। सचिन और हेडन ने सर्वाधिक रन बनाने के दौरान टूर्नामेंट का फाइनल खेला था। रोहित शर्मा के समय भारतीय टीम वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल से ही बाहर हो गई थी। हिटमैन ने लीग स्टेज में ही बल्ले से तूफान उठा दिया था। रोहित ने अपने बयान में कहा है कि वर्ल्ड कप की ट्रॉफी प्लेट में नहीं आती और इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी। 2011 से लेकर अब तक हम वर्ल्ड कप जीतने के सपने को साकार करने के लिए मेहनत कर रहे हैं। पिछले दो वर्ल्ड कप में हमें जरूर सफलता नहीं मिली, लेकिन हमने मेहनत में कहीं कोई कमी नहीं छोड़ी है। इस दौरान रोहित शर्मा 2011 वनडे वर्ल्ड कप में अपना चयन ना होने पर भावुक भी हो गए।  रोहित ने कहा कि मैं 12 साल पहले टीम इंडिया की जीत से खुश था। मुझे फीलिंग

भारत को जीत के लिए 2 रन चाहिए थे और तिलक 49 पर नाबाद थे, हार्दिक पंड्या ने छक्का लगा दिया। तिलक वर्मा को अपना अर्धशतक

चित्र
भारत को जीत के लिए 2 रन चाहिए थे और तिलक 49 पर नाबाद थे, हार्दिक पंड्या ने छक्का लगा दिया। तिलक वर्मा को अपना अर्धशतक पूरा करने का मौका नहीं मिल सका। हार्दिक पांड्या के इस बर्ताव की खासी आलोचना की जा रही है। ऐसा भी नहीं है कि गेंदें कम बची थीं। भारत वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरा T-20 मैच 13 गेंद बाकी रहते जीत गया। 5 टी-20 मैचों की सीरीज में वेस्टइंडीज अभी भी 2-1 से आगे है। तीसरा मैच 18वें ओवर में खत्म हुआ। 17वें और 18वें ओवर में हार्दिक और तिलक के बीच बातचीत हुई। 17वें ओवर की शुरुआत में भारत को 24 गेंदों पर 12 रन की जरूरत थी। तिलक वर्मा ने पहली गेंद स्कूप शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन रन नहीं मिला। ऐसे में हार्दिक ने उनसे कहा कि मैच खत्म करना है। नॉटआउट वापस जाना है। ज्यादा जोखिम भरे शॉट खेलकर विकेट नहीं गंवाना है।  तिलक ने इसके बाद कप्तान हार्दिक पंड्या के कहे अनुसार आराम से बल्लेबाजी करने की कोशिश की। दोनों के बीच 18वें ओवर की दूसरी गेंद के बाद भी बातचीत हुई। यहां से भारत को 17 गेंद पर 5 रन की जरूरत थी। तिलक 47 रन बनाकर खेल रहे थे। आदर्श परिस्थिति यही होती कि तिलक वर्मा छक्का जड़कर मैच खत

उसके रिकॉर्ड को... वर्ल्ड कप से पहले खूंखार ओपनर को नजरअंदाज करने पर

चित्र
उसके रिकॉर्ड को... वर्ल्ड कप से पहले खूंखार ओपनर को नजरअंदाज करने पर द्रविड़ पर फूटा पूर्व सेलेक्टर का गुस्सा भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सेलेक्टर सुनील जोशी (Sunil Joshi) ने शिखर धवन (Shikhar Dhawan) को नजरअंदाज करने पर टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) की जमकर आलोचना की है. जोशी का कहना है कि धवन का आईसीसी टूर्नामेंट में रिकॉर्ड बेजोड़ हैं , और उसे ध्यान में रखते हुए लेफ्ट हैंड अनुभवी ओपनर को टीम से नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. धवन को विंडीज दौरे के लिए टीम से बाहर रखा गया जबकि एशियाई गेम्स के लिए चुनी गई टीम में भी उन्हें जगह नहीं मिली. धवन को इस तरह से नजरंदाज करना इस बात का संकेत है कि वह विश्व कप की रेस में नहीं हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक सुनील जोशी टीम इंडिया के गब्बर को ड्रॉप किए जाने से बेहद दुखी हैं. उन्होंने कहा कि धवन का आईसीसी टूर्नामेंट में ऐसा रिकॉर्ड है जिसे आप नजरअंदाज नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि धवन को खुद को फिट और तैयार रखने के लिए विंडीज दौरे पर टीम में होना चाहिए था. हमने हमेशा उसे बैकअप ओपनर के रूप में टीम में रखा सुनील जोशी ने कहा, ‘ आ

महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी के दौरान 12 साल में सिर्फ 6 मैच रेस्ट करने वाले विराट रोहित की कप्तानी के बाद डेढ़ साल में 25 मैच

चित्र
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी के दौरान 12 साल में सिर्फ 6 मैच रेस्ट करने वाले विराट रोहित की कप्तानी के बाद डेढ़ साल में 25 मैच रेस्ट कर चुके हैं। अब सवाल यह है कि हिंदुस्तान के सबसे फिट क्रिकेटर को इतने मुकाबलों के लिए रेस्ट करने की क्या जरूरत आन पड़ी? इस सूरत-ए-हाल में विराट कोहली का 100 इंटरनेशनल सेंचुरी जड़ने का सपना संकट में पड़ता नजर आ रहा है। T-20 इंटरनेशनल से तो अब विराट को हमेशा के लिए ड्रॉप कर दिया गया है। यह वही विराट हैं, जिन्होंने T-20 वर्ल्ड कप में 31 रन पर 4 विकेट खो चुकी टीम इंडिया को पाकिस्तान के खिलाफ अकेले दम पर 160 का टारगेट चेज करवा दिया था। नए मुख्य चयनकर्ता अजीत आगरकर ने भी युवा T-20 टीम बनाने का इशारा कर दिया है। वनडे वर्ल्ड कप से 2 महीने पहले लगातार एक्सपेरिमेंट्स का दौर जारी है। अलग-अलग सीरीज में अलग-अलग कप्तान टीम इंडिया का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं। सौरभ गांगुली से लेकर कपिलदेव तक विराट कोहली को लगातार हर फॉर्मेट की टीम में खेलता हुआ देखना चाहते हैं, पर चयनकर्ताओं के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही।  आपको शायद यकीन नहीं होगा, 22 मार्च 2023 के 163 दिनों बाद

एक बाप स्ट्रेचर पर तड़पते हुए अपने बेटे को दिलासा दिला रहा था कि बेटा मैं हूँ न, सब ठीक हो जाएगा बस तुम्हारी MRI

चित्र
एक बाप स्ट्रेचर पर तड़पते हुए अपने बेटे को दिलासा दिला रहा था कि बेटा मैं हूँ न, सब ठीक हो जाएगा बस तुम्हारी MRI होना बाकी है फिर डॉक्टर तुम्हारा इलाज शुरू कर...... वो बदकिस्मत बाप अपनी बात पूरी कर पाता उस से पहले ही स्ट्रेचर पर पड़े उसके बेटे को एक भयानक दौरा पड़ा। बात बीच में छोड़ कर वो उसकी पीठ पर थप्पी मारने लगा। अपने इक्लोते बेटे को यूँ तडपते हुए देख उसकी आँखों से आंसू टपकने लगे। 6 फिट लम्बाई, लम्बा चौड़ा शरीर था उसका लेकिन अपने बेटे की दुर्दशा देख उसका सारा पोरुष पिघल गया। बच्चों की माफिक रोने लगा। उसे उम्मीद थी कि जल्द उसके बेटे की MRI हो जायेगी। फिर उसको हुई बीमारी का पता चल जाएगा और उसका काम हो जाएगा। होगा क्यों नहीं ? देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स में जो आया था सारी उम्मीद लेकर आया था। लेकिन पिछले 1 घंटे से उसका नंबर न आया। आता भी कैसे ? अन्दर पहले से MRI करवाने वालो की भीड़ जो थी। एक MRI में करीब आधा घंटा लगता है और 50 संवेदनहीन लोग उस से पहले लाइन लगा के बेठे थे और मशीन 24 घंटे चलती तब भी उसका नंबर शायद दूसरे दिन आता। देश का सबसे बड़ा अस्पताल AIIMS !! देश के नामी गिरामी विशेषज्ञ

सोचो आप लगभग एक साल से विश्व के नम्बर एक बल्लेबाज बने हों टी20 के और कोई दूसरा एक साल से क्रिकेट खेला ही नही

चित्र
सोचो आप लगभग एक साल से विश्व के नम्बर एक बल्लेबाज बने हों टी20 के और कोई दूसरा एक साल से क्रिकेट खेला ही नही हो लेकिन जब कप्तान बनने की बात आए तो कप्तान उसे बना दिया जाए जो एक साल से बाहर हो क्रिकेट से तो आपको कैसा लगेगा? जिस बल्लेबाज को दुनिया टी20 का सबसे बङा खिलाङी मानती है उसको भारतीय चयनकर्ता लगता है कि सिर्फ इस वजह से आयरलैंड दौरे से आराम दे दिये कि कहीं अगर चयन हो गया तो मजबूरी मे उसे कप्तान बनाना पङ सकता है। वहीं टीम की कप्तानी उस खिलाङी के हाथों सौंप दी जो लगभग दस महीनों से मैदान से बाहर है। आपको भी अजीब लगेगा कि टी20 के सबसे बङे खिलाङी जिनको दुनिया खेलते देखना चाहती है को आयरलैंड दौरे से आराम दे दिया गया है।  दरअसल चयनकर्ताओं की क्रोनोलाजी समझिए अगर आयरलैंड के खिलाफ सूर्यकुमार टीम मे चुने गये होते तब कप्तानी का पहला हक उनका ही होता जिसे देखकर चयनकर्ताओं ने ऐसा गेम खेला कि सांप भी मर गया और लाठी भी न टूटी।  32 वर्षीय प्लेयर जो एक साल से ही खेल रहा है वह थक गया है क्या? आईपीएल के पूरे 14 मैच खेलने वाला प्लेयर थका नही है। शुरू से साजिश का शिकार होता आया है आज भी वही झेल रहा है।

इससे पहले कि मुल्क भूल जाए वह दर्दनाक हादसा !-श्रवण गर्ग

चित्र
इससे पहले कि मुल्क भूल जाए वह दर्दनाक हादसा ! -श्रवण गर्ग मणिपुर के पहले संसद में बहस शायद जयपुर-मुंबई सुपर फ़ास्ट एक्सप्रेस में घटी त्रासदी पर होना चाहिए और प्रधानमंत्री से जवाब भी माँगा जाना चाहिए ! चलती ट्रेन में हुई त्रासदी और उसके मुख्य पात्र द्वारा उसकी ही गोली के शिकार हुए चार लोगों में से एक के शव पास खड़े होकर दी गई नफ़रती स्पीच पर अगर बहस हो जाए तो फिर मणिपुर, मोनू मानेसर और हरिद्वार पर भी अपने आप हो जाएगी ! चेतन सिंह अब किसी व्यक्ति विशेष का नाम नहीं रहा। हो सकता है इस नाम का उस शख़्सियत से कोई ताल्लुक़ ही स्थापित नहीं हो पाए जो उस दुर्भाग्यपूर्ण रात सूरत स्टेशन पर अपने बॉस और अन्य सहयोगियों के साथ एस्कॉर्ट ड्यूटी के लिए ट्रेन पर सवार हुआ था। एस्कॉर्ट ड्यूटी बोलें तो यात्रियों की सुरक्षा के लिये ट्रेन में चलने वाला रेलवे प्रोटेक्शन फ़ोर्स (आरपीएफ़) का अमला। कांस्टेबल चेतन सिंह या तो ख़ुद ही भूल गया होगा कि उसने क्या अपराध किया है या उसके परिवार सहित जो ताक़तें उसे मानसिक रूप से विचलित, विक्षिप्त अथवा अवसाद-पीड़ित साबित करने में जुटी हैं वे उसकी याददाश्त का गुम हो जाना सिद्ध क