*बैतूल मुकद्दस के अंदर ऐसा क्या था ?*
*बैतूल मुकद्दस के अंदर ऐसा क्या था ?* *जिसकी वजह से यहूदी ,ईसाई और मुसलमान इस जगह को मुक़द्दस मानते है* *किब्ला क्या है* ? *सबसे पहले ये जानिए* *हज़रत आदम अलैहिस्सलाम से लेकर हजरत मूसा अलैहिस्सलाम तक नमाज (इबादत) पढ़ते वक़्त चेहरे का रुख यानि क़िब्ला क़ाबा शरीफ़ की तरफ़ रहा* *उसके बाद हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम से लेकर प्यारे नबी सल्लेल्लाहो अल्लेही व सल्लम (17माह) तक क़िब्ला बैतूलमुकद्दस रहा* *यानि बैतूल मुक़द्दस भी क़िब्ला था* *ये इबादतगाह (पुराना क़िब्ला) दरअसल एक मुक़द्दस चट्टान है* *हजरत दाऊद अलैहिस्सलाम चाहते थे यहाँ एक आलीशान इबादतगाह बने* *उनके ख्वाब को साकार करने के लिए उनके बेटे सैयदना सुलैमान अलैहिस्सलाम ने उस चट्टान के ऊपर एक इबादतगाह (हैकल) बनवाई* *जिसे हैकल-ऐ-सुलेमानी कहते है* *यही बैतूल मुकद्दस है जिसका अर्थ है- पवित्र घर* *बैतूल मुक़द्दस (यरूशलम) और बैतुल्लाह (मक्का) दोनों अल्लाह के घर हैं* *दोनों के मायने क्रमशःपवित्र घर और अल्लाह का घर हैं* *सोचिए कितनी अज़ीम निशानी है* *बैतूल मुक़द्दस* *जब हजरत सुलैमान अलैहिस्सलाम बैतूल मुक़द्दस तामीर क...