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हर खेल में हार-जीत तो चलती ही रहती है। फिर भी टीम इंडिया यह टैस्ट मैच 50

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● टीम इंडिया बुरी तरह हारी 🏏 हर खेल में हार-जीत तो चलती ही रहती है। फिर भी टीम इंडिया यह टैस्ट मैच 50-60-80-100 रनों तक हार जाती तो भी चलता। मगर 209 रनों से हार! इसे तो बड़ी हार ही कहा जा सकता है। इसी बहाने आज लोग सचिन तेंदुलकर को याद कर रहे हैं। ठीक है आज की पीढ़ी उसे याद करे क्योंकि उसने तेंदुलकर को ही खेलते देखा और सुना है। पर मैं सुनील मनोहर गावस्कर को कैसे भूल जाऊँ? मैं तो तभी से उन्हें रेडियो/ट्रांजिस्टर पर सुनने लगा था जब उन्होंने पहला टैस्ट मैच खेलने के लिये मैदान में कदम रखा था। सुनील गावस्कर क्या थे मैं यह नयी पीढ़ी को बताने के लिये मेरी यह पुरानी पोस्ट खोद कर लाया हूँ। तो आइये आप भी जानें कि वे क्या थे। === ● पिच पर खून 😮 जब तक बल्लेबाज का खून पिच पर नहीं गिर जाता तब तक मुझे मजा नहीं आता है। -लिली, आस्ट्रेलिया के खूँखार गेंदबाज ऐसे और नाम थॉमसन एंडी रॉबर्ट माइकल होल्डिंग कुछ और भी ऐसे तेज गेंदबाज होते थे जिनसे बल्लेबाजों की पिंडलियां काँपा करती थी। ऊपर से तब बाऊंसर फैंकने की सीमा नहीं होती थी। उस समय यह भी नहीं देखा जाता था कि बल्लेबाजी कर रहा खिलाड़ी कौन है और वह किस स्तर का

शुभमन गिल ने क्वालीफायर 2 में 129 रन बनाकर प्लेऑफ में वीरेंद्र #shehwag #ipl #dhoni

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शुभमन गिल ने क्वालीफायर 2 में 129 रन बनाकर प्लेऑफ में वीरेंद्र सहवाग के सर्वाधिक 122 रनों के निजी स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ दिया। वीरू ने 2014 में CSK के खिलाफ यह कारनामा किया था। GT ने गिल के तूफानी शतक की बदौलत पहले खेलते हुए 3 विकेट के नुकसान पर 233 रन बनाए। जवाब में MI 18.2 ओवरों में 171 पर ऑलआउट हो गई और 62 रनों से मैच हार गई। शुभमन ने एकतरफा अंदाज में गुजरात टाइटंस को मुंबई इंडियंस पर जीत दिला दी। गिल ने MI को प्लेऑफ में लाने के लिए पहले RCB को ताबड़तोड़ शतक जड़कर बाहर किया और फिर प्लेऑफ में MI को भी धुआंधार शतक ठोककर IPL से एग्जिट का रास्ता दिखा दिया। शुभमन ने अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से खुद को वाजिब तौर पर प्रिंस ऑफ इंडियन क्रिकेट साबित कर दिया। IPL 2016 में किंग कोहली ने 7 अर्धशतक और 4 शतकों की बदौलत एक सीजन में सबसे ज्यादा 973 रन बनाए थे। इस दौरान विराट ने 152 की स्ट्राइक रेट से गेंदबाजों के छक्के छुड़ाए थे। सर्वाधिक स्कोर के तौर पर किंग के बल्ले से 113 रन आए थे।  IPL 16 में शुभमन ने 16 मुकाबलों में 156.43 स्ट्राइक रेट के साथ 851 रन जड़ दिए हैं। वह विराट के एक IPL सीजन में सबसे ज्या

सरफराज खान वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करेंगे। WTC 2023 का फाइनल #dhoni #sarfaraz_khan

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सरफराज खान वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करेंगे। WTC 2023 का फाइनल हारने के बाद चयनकर्ताओं की आंख खुल गई है। उम्मीद है कि आप सबने नाम जरूर सुना होगा। इसलिए क्योंकि सिर्फ 24 साल की उम्र में इस बंदे ने नाम बनाने का काम किया है। इनका जिक्र क्यों, आगे समझ आएगा। पिछले वर्षों से भारत नॉकआउट मुकाबलों में हार जाता है। मतलब ग्रुप स्टेज तो हम किसी तरह पार कर लेते हैं लेकिन जब बारी ट्रॉफी उठाने वाले मुकाबलों की आती है, तो टीम इंडिया की सिट्टी पिट्टी गुम हो जाती है। क्यों? सवाल का जवाब एक खिलाड़ी के साथ हो रहा अन्याय देगा। 2007 T-20 वर्ल्ड कप, 2011 वनडे वर्ल्ड कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी के बाद भारत कुछ नहीं जीत सका है। भारत ने 2013 के बाद से 8 आईसीसी टूर्नामेंट्स में 11 नॉकआउट मुकाबले खेले हैं। इस दौरान हमने दो बार बांग्लादेश को और एक दफा 2014 T-20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका को हराया। वो अलग बात है कि फाइनल में श्रीलंका से हार गए। इन 3 जीत के अलावा 8 दफे नॉकआउट मुकाबलों में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा। 2021-22 की रणजी ट्रॉफी में सरफराज ने 134 की अविश्वसनीय औसत से 982 रन बनाए।

WTC फाइनल 2023 की करारी शिकस्त के बाद BCCI विराट कोहली को #kohli #dhoni #wtc #ipl

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WTC फाइनल 2023 की करारी शिकस्त के बाद BCCI विराट कोहली को दोबारा टेस्ट कप्तानी सौंपने जा रहा है। विराट से बेहतर फिलहाल दूसरा कोई विकल्प नजर नहीं आ रहा। BCCI का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत का रवैया आक्रामक नहीं रहा। अगर विराट कोहली होते, तो टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लेते। रोहित शर्मा ने रक्षात्मक रवैया अपनाते हुए गेंदबाजी करने का फैसला किया और बदले में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में ही 469 रन कूट दिया। खासकर ट्रेविस हेड के खिलाफ गेंदबाजी की रणनीति सवालों के घेरे में है। हेड को बाउंसर खेलने में परेशानी होती है, लेकिन उनके खिलाफ शॉर्ट पिच गेंदों का इस्तेमाल तब शुरू किया गया जब ट्रेविस हेड 140 रन पर पहुंच चुके थे। BCCI इसके पीछे कप्तान रोहित शर्मा को दोषी मान रहा है। कहा जा रहा है कि हिटमैन का रवैया सुस्त था, इसलिए ऑस्ट्रेलिया ने हमसे मुकाबला छीन लिया।  सोच में बदलाव का आलम ऐसा है कि विराट कोहली को कप्तानी से हटाने में सबसे अहम भूमिका निभाने वाले सौरव गांगुली ने भी विराट की कप्तानी को शानदार बताया है। WTC 2023 फाइनल में 209 रनों से मिली करारी शिकस्त के बाद दादा का यह

भारत में सेवा करने वाले ब्रिटिश अधिकारियों को इंग्लैंड लौटने पर सार्वजनिक पद/

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भारत में सेवा करने वाले ब्रिटिश अधिकारियों को इंग्लैंड लौटने पर सार्वजनिक पद/जिम्मेदारी नहीं दी जाती थी। तर्क यह था कि उन्होंने एक गुलाम राष्ट्र पर शासन किया है जिसकी वजह से उनके दृष्टिकोण और व्यवहार में फर्क आ गया होगा। अगर उनको यहां ऐसी जिम्मेदारी दी जाए, तो वह आजाद ब्रिटिश नागरिकों के साथ भी उसी तरह से ही व्यवहार करेंगे। इस बात को समझने के लिए नीचे दिया गया वाकया जरूर पढ़ें... एक ब्रिटिश महिला जिसका पति ब्रिटिश शासन के दौरान पाकिस्तान और भारत में एक सिविल सेवा अधिकारी था। महिला ने अपने जीवन के कई साल भारत के विभिन्न हिस्सों में बिताए, अपनी वापसी पर उन्होंने अपने संस्मरणों पर आधारित एक सुंदर पुस्तक लिखी। महिला ने लिखा कि जब मेरे पति एक जिले के डिप्टी कमिश्नर थे तो मेरा बेटा करीब चार साल का था और मेरी बेटी एक साल की थी। डिप्टी कलेक्टर को मिलने वाली कई एकड़ में बनी एक हवेली में रहते थे। सैकड़ों लोग डीसी के घर और परिवार की सेवा में लगे रहते थे। हर दिन पार्टियां होती थीं, जिले के बड़े जमींदार हमें अपने शिकार कार्यक्रमों में आमंत्रित करने में गर्व महसूस करते थे और हम जिसके पास जाते थे, व

क्या ऋतुराज गायकवाड़ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेलकर शादी नहीं कर सकते थे? #dhoni #wtc

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क्या ऋतुराज गायकवाड़ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेलकर शादी नहीं कर सकते थे? यह सवाल करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों को लगातार परेशान कर रहा है। ऋतुराज को उनकी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के कारण भारत का आज और कल माना जाता है। उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स को IPL फाइनल जिताया। इसी बीच BCCI को सूचित कर दिया कि में इंग्लैंड में 7 जून से होने जा रहे फाइनल मुकाबले के लिए शादी के बाद 5 जून की रात निकलूंगा। टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ इससे सहमत नहीं हुए और बदले में यशस्वी जयसवाल को ऋतुराज की जगह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेलने का टिकट मिल गया। ऋतुराज गायकवाड के टीम इंडिया के लिए किए गए प्रदर्शन की बात करें, तो उन्होंने 1 वनडे में 19 रन और 9 T-20 मुकाबलों में 1 अर्धशतक के साथ 135 रन बनाए हैं। उन्हें अब तक टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका नहीं मिला है। घरेलू क्रिकेट और IPL में बल्ले से कहर बरपाने वाले ऋतुराज इंटरनेशनल क्रिकेट में अब तक नाम नहीं बना सके हैं। सवाल है कि क्या ऋतुरज ने WTC फाइनल का हाथ आया मौका गंवा दिया?  ऋतुराज ने IPL 2023 की 15 पारियों में 148 की स्ट्राइक रेट और 42.14 के एवरे

अठारह बच्चों का ग्रुप गया था मनाली जिसमें लड़के लड़कियाँ दोंनो शामिल #tourism #tour #students

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अठारह बच्चों का ग्रुप गया था मनाली जिसमें लड़के लड़कियाँ दोंनो शामिल थे। दिन भर घूमने के बाद लड़के तो जहाँ इकट्ठे होते बीयल शराब की बोतलें खुल जाती और लडकियाँ भी अक्सर उनका साथ देने से पीछे नहीं हटतीं । पीना -पिलाना तो अब क्या लड़के क्या लड़कियाँ सबके लिए एन्टरटेनमेंट के साथ साथ स्टेटस सिम्बल भी बन गया है। एक और क्रेज़ जो दीवानगी की हद तक नवयुवाओं खासतौर पर लड़कियों में कुछ ज्यादा ही हावी हो गया है वो है कुछ न कुछ नयापन विशिष्टता लिए हुए "सैल्फी" को सोशल मीडिया पर पोस्ट करना और फिर उन पर ज्यादा से ज्यादा लाइक्स कमेन्ट की दीवानगी का जुनून।  यही कारण था कि वे इतने खूबसूरत स्थल पर होते हुए भी प्राकृतिक दृश्यों के सौन्दर्य -अनुभवन को महसूस करने की बजाए अपना अधिकतर समय फेवरेट स्पाॅट ढूंढ कर नये नये पोज़ बना कर सैल्फी लेने में सारी क्रियेटिविटी खर्च करतीं रहतीं । अब पिक्स लेना मात्र आत्मप्रशंसा और आत्ममुग्धता का मापदंड ही नहीं रह गया है अब तो सोशल मीडिया के लाइक्स तय करते हैं कि कितनी हिट है उसकी सैल्फी।  यही क्रेज उन्हें इतना भ्रमित कर देता कि वो इ

घुटनों के ऑपरेशन के बाद अब #dhoni

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घुटनों के ऑपरेशन के बाद अब महेंद्र सिंह धोनी धोनी 4 महीने क्रिकेट के मैदान से दूर रहेंगे। इस दौरान वह रिहैबिलिटेशन करेंगे। अगर यह ऑपरेशन IPL 2023 से पहले हो गया होता, तो माही 1 महीने में ही फिट हो जाते। पर चेन्नई सुपर किंग्स की जरूरत को देखते हुए थाला ने ऑपरेशन टाल दिया। जिस वक्त IPL के दौरान तमाम स्टेडियम में धोनी का नाम गूंज रहा था, माही फैंस और CSK की खातिर घुटनों के भीषण चोट के बावजूद खेल रहे थे। IPL फाइनल के ठीक 2 दिन बाद महेंद्र सिंह धोनी के घुटनों का सफल ऑपरेशन हुआ। IPL खत्म होने के बाद यह बात निकल कर सामने आ रही है कि माही को डॉक्टरों ने IPL न खेलने की सलाह दी थी। उनके घुटनों की समस्या बढ़ती जा रही थी और ऐसे में डॉक्टरों को अंदेशा था कि माही का ज्यादा भागदौड़ करना उनके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। कोई भी डॉक्टर महेंद्र सिंह धोनी के आईपीएल खेलने के हक में नहीं था। यहां तक कि माही का परिवार भी उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित था। थाला दुविधा में फंस चुके थे। IPL 2022 में चेन्नई सुपर किंग्स नवें स्थान पर रही थी। ऐसे में टीम मैनेजमेंट ने सीजन के बीच में ही रवींद्र जडेजा से कप्तानी

थाला किसी को शाबाशी देने के लिए गोद में उठा लें और फिर भावुक #dhoni

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कहते हैं कि तस्वीरें बोलती हैं। 30 मई, 2023 की देर रात 2:00 बजे की यह तस्वीर कई रातें फैंस को सोने नहीं देगी। आंख लगते ही यह तस्वीर आपको जगा देगी और फिर खूबसूरत यादों के गहरे समंदर में ले जाएगी। कहने को तो रवींद्र जडेजा ने 6 गेंदों पर सिर्फ 15* रन बनाए, लेकिन ये रन बाकी सब पर भारी थे। पूरे 2 महीने चले IPL के सबसे महत्वपूर्ण 15 रन। हर ऑरेंज कैप पर भारी ये 15 रन। थाला किसी को शाबाशी देने के लिए गोद में उठा लें और फिर भावुक हो जाएं, यह क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुआ। वरना तो दुनिया माही को इमोशंस कंट्रोल करने वाले शख्स के तौर पर जानती है। उनपर हार और जीत का कभी फर्क नहीं पड़ा।  CSK के लिए 10 IPL फाइनल में पांचवीं ट्रॉफी। यह जीत सिर्फ इतना सा बताती है कि महेंद्र सिंह धोनी की रणनीति आज भी क्रिकेट मैदान पर सबसे ज्यादा सटीक है। एक और चीज जो इस पूरे घटनाक्रम से निकल कर आई, वह ये कि अगर माही फाइनल हार जाते तो शायद अगले साल वापस IPL खेलने नहीं आते। जीत के बाद स्टेडियम में हर जुबान पर धोनी का नाम था। वही बेशुमार प्यार आंखों से आंसू बनकर बह निकला। हिंदुस्तानी क्रिकेट में आलोचकों का एक वर्ग महेंद्

जिस वक्त IPL के दौरान तमाम स्टेडियम में धोनी का नाम गूंज रहा था, माही फैंस और #CSK की खातिर घुटनों के भीषण #dhoni

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जिस वक्त IPL के दौरान तमाम स्टेडियम में धोनी का नाम गूंज रहा था, माही फैंस और CSK की खातिर घुटनों के भीषण चोट के बावजूद खेल रहे थे। IPL फाइनल के ठीक 2 दिन बाद महेंद्र सिंह धोनी के घुटनों का सफल ऑपरेशन हुआ। IPL खत्म होने के बाद यह बात निकल कर सामने आ रही है कि माही को डॉक्टरों ने IPL न खेलने की सलाह दी थी। उनके घुटनों की समस्या बढ़ती जा रही थी और ऐसे में डॉक्टरों को अंदेशा था कि माही का ज्यादा भागदौड़ करना उनके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। थाला दुविधा में फंस चुके थे। IPL 2022 में चेन्नई सुपर किंग्स नवें स्थान पर रही थी। ऐसे में टीम मैनेजमेंट ने सीजन के बीच में ही रवींद्र जडेजा से कप्तानी वापस लेकर माही को दोबारा कमान सौंपी थी। अगर महेंद्र सिंह धोनी CSK के साथ ग्राउंड पर नहीं उतरते, तो चेन्नई का चैंपियन बनना नामुमकिन था।  CSK के पास सबसे अनुभवहीन गेंदबाजी आक्रमण था। रवींद्र जडेजा और दीपक चाहर के सिवा किसी गेंदबाज के पास इंटरनेशनल T-20 मुकाबलों का लंबा अनुभव नहीं था। अगर माही नहीं होते, तो तुषार देशपांडे, महेश थीक्षणा और पथिराना जैसे गेंदबाज सटीक लाइन-लेंथ के साथ शायद ही गेंदबाजी कर

अजिंक्य रहाणे ने 16 साल में पहली बार IPL ट्रॉफी जीतने का सारा क्रेडिट महेंद्र सिंह धोनी को दिया है। रहाणे ने कहा कि #ajinkya_rahane

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अजिंक्य रहाणे ने 16 साल में पहली बार IPL ट्रॉफी जीतने का सारा क्रेडिट महेंद्र सिंह धोनी को दिया है। रहाणे ने कहा कि माही भाई ने मुझे साफ कर दिया था कि जब भी मुझे बल्लेबाजी करने का अवसर मिलेगा, तो मुझे फ्री माइंडसेट के साथ खेलना है। इस दौरान अगर मैं आउट भी हो जाता हूं, तो इससे मेरी टीम में जगह पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। IPL में पहली बार किसी कप्तान ने मुझे खुल कर मेरे शॉट्स खेलने की आजादी दी। अजिंक्य रहाणे ने आईपीएल 2023 में 14 मैचों की 11 पारियों में 172.48 की स्ट्राइक रेट से 326 रन बनाए। रहाणे के इसी प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए टीम इंडिया में शामिल किया गया। 469 दिनों के बाद रहाणे की भारतीय टीम में वापसी हुई। उन्होंने आखिरी बार जनवरी 2022 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच खेला था, जिसके बाद उनका करियर खत्म मान लिया गया था।  टीम इंडिया के स्टार क्रिकेटर अजिंक्य रहाणे के टेस्ट करियर की बात करें, तो उन्होंने अब तक कुल 82 मैचों की 140 पारियों में 38.5 की औसत के साथ 4931 रन बनाए हैं। जिसमें 12 शतक और 25 अर्धशतक शामिल हैं। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ स्

रवि शास्त्री ने कहा है कि महेंद्र सिंह धोनी IPL की सबसे बड़ी विरासत छोड़कर जाएंगे, जिसे कोई खिलाड़ी कभी नहीं छू पाएगा। रवि शास्त्री ने बताया कि धोनी ने जिस तरह का प्रदर्शन #dhoni

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रवि शास्त्री ने कहा है कि महेंद्र सिंह धोनी IPL की सबसे बड़ी विरासत छोड़कर जाएंगे, जिसे कोई खिलाड़ी कभी नहीं छू पाएगा। रवि शास्त्री ने बताया कि धोनी ने जिस तरह का प्रदर्शन आईपीएल में किया है, वैसा कर पाना किसी भी खिलाड़ी के लिए मुश्किल है। उन्होंने कहा कि 250 IPL मैच खेलना एमएस धोनी की फिटनेस और कमिटमेंट को दर्शाता है। पूरे चेन्नई और तमिलनाडु में उन्हें थाला कहा जाता है। झारखंड के एक लड़के को CSK के फैंस से साउथ में जो प्यार और प्रशंसा मिलती है, वह इस खिलाड़ी की महानता का प्रमाण है। आज तक कभी किसी नॉर्थ इंडियन प्लेयर को साउथ इंडिया में इतनी मोहब्बत नहीं मिली। महेंद्र सिंह धोनी ने नॉर्थ और साउथ के बीच की दीवार को तोड़ दिया।  रवि शास्त्री ने कहा कि धोनी ने हर किसी का प्यार और सम्मान पाया है। अगर सुनील गावस्कर जैसा लेजेंड माही का अपनी शर्ट पर ऑटोग्राफ लेने के लिए भीड़ को चीरते हुए दौड़कर जा सकता है, तो इससे थाला के रुतबे को भली-भांति समझा जा सकता है। रवि शास्त्री ने कहा कि जिस तरह फाइनल मैच में 0.1 सेकंड में ही शुभमन गिल को स्टंप कर धोनी ने खेल बदल दिया, वह बताने को काफी है कि 41 वर्ष की उम्

उत्तराखंड में कई सीक्रेट हिल स्टेशन हैं. पहाड़ी इलाका होने के कारण यहां के ज्यादातर जगहों को हिल स्टेशन ही कहा जाता है. जब भी

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उत्तराखंड में कई सीक्रेट हिल स्टेशन हैं. पहाड़ी इलाका होने के कारण यहां के ज्यादातर जगहों को हिल स्टेशन ही कहा जाता है. जब भी उत्तराखंड के हिल स्टेशनों की सैर की बात आती है, टूरिस्ट सिर्फ नैनीताल, मसूरी, औली और मुनस्यारी इत्यादी जगहों की सैर करते हैं, जबकि इसके अलावा भी उत्तराखंड में कई ऑफबीट हिल स्टेशन हैं, जिनकी खूबसूरती टूरिस्टों को मंत्रमुग्ध कर देती है. दूर-दराज के इन हिल स्टेशनों पर टूरिस्ट छुट्टियां बिता सकते हैं.  अगर आप भी उत्तराखंड की सैर करना चाहते हैं, तो इस बार नैनीताल और मसूरी को छोड़िए, बल्कि इन हिल स्टेशनों की सैर करिए. उत्तराखंड में आप कानाताल की सैर कर सकते हैं. यह सीक्रेट हिल स्टेशन है और बेहद सुंदर है. यहां आप कैंपिंग और ट्रैकिंग का आनंद ले सकते हैं. इस हिल स्टेशन में काफी कम भीड़भाड़ होती है.  इसी तरह से आप नेलांग घाटी की सैर कर सकते हैं. यह बेहद सुंदर घाटी है और उत्तराकाशी में स्थित है. यह घाटी समुद्र तट से 11,000 फीट की ऊंचाई पर है.  खास बात है कि आप यहां सालभर बर्फबारी का आनंद ले सकते हैं. अगर आप बर्फ देखना चाहते हैं, तो इस घाटी का प्लान बना लीजिए. उत्तराखंड में

नेट बॉलर से मैच विनर तक का सफर। भारत के लिए 2015 ODI वर्ल्ड कप खेल चुके मोहित शर्मा ने सिर्फ 14 गेंद डालते हुए #mohit_sharma #dhoni #csk

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नेट बॉलर से मैच विनर तक का सफर। भारत के लिए 2015 ODI वर्ल्ड कप खेल चुके मोहित शर्मा ने सिर्फ 14 गेंद डालते हुए 10 रन देकर 5 विकेट चटकाए और गुजरात टाइटंस को लगातार दूसरे साल IPL फाइनल में पहुंचा दिया। मोहित शर्मा ने क्वालीफायर 2 में 234 का बड़ा लक्ष्य चेज कर रही MI की कमर तोड़ दी। इस गेंदबाज ने गुजरात टाइटंस के लिए IPL 2023 में डेब्यू किया था। मोहित पिछले साल गुजरात के साथ बतौर नेट बॉलर जुड़े थे, लेकिन इस साल हार्दिक पंड्या ने उन्हें प्लेइंग XI में मौका दे दिया। गुजरात टाइटंस मोहित की चौथी IPL टीम है। मोहित ने 2013 में महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स के लिए जीवन में पहली दफा IPL खेला था। मोहित अंतिम बार 2020 में आईपीएल खेले थे। इसके बाद से 3 साल वह लीग से दूर थे। मोहित के लिए गुजरात टाइटंस तक का ये सफर आसान नहीं रहा। उन्हें नाकामी का उलाहना देकर आलोचकों ने काफी कुछ कहा। मोहित के लिए 13 अप्रैल,2023 का दिन खास था। उन्होंने 10 साल पहले 2013 में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए इसी तारीख को अपना IPL डेब्यू किया था और IPL 2023 में भी इसी दिन पहली दफा मैदान में उतरे। मोहित ने पिछला IPL मैच

#dhoni ध#ोनी #गुजरात#चेन्नई

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हारे हुए मैच को भी जीता जा सकता है... इस हुनर को महेंद्र सिंह धोनी से सीखा जा सकता है। अगले साल चेपॉक में IPL खेलने पर माही ने कहा कि इसमें 8-9 महीनों का वक्त है, अभी से सिरदर्द नहीं लेना चाहते। पर वो हर हाल में CSK के साथ बने रहेंगे। चेन्नई का चेपॉक स्टेडियम और टॉस हार कर पहले खेलते हुए CSK क्वालीफायर वन में 7 विकेट खोकर 172 रन ही बना सकी। रन काफी नहीं थे क्योंकि गुजरात टाइटंस के पास आठवें नंबर तक प्रॉपर बल्लेबाज मौजूद थे। GT 14 लीग मैचों में 10 जीतकर आई थी। उसका नेट रनरेट +0.809 था। जिस तरह इस टीम ने अंतिम लीग मैच में RCB के खिलाफ 198 चेज किए थे, CSK के लिए डगर कठिन होने वाली थी। फर्क था तो सिर्फ एक... चेन्नई के लिए गेंदबाजी के दौरान बीच मैदान रणनीतियां महेंद्र सिंह धोनी बनाने वाले थे। माही से बड़ा कप्तान क्रिकेट की 22 गज की पट्टी ने कभी नहीं देखा। नए-नवेले कप्तान हार्दिक ने CSK को अब तक तीनों बार लीग मुकाबलों में हराया था, लेकिन वह पहली बार प्लेऑफ में थाला के सामने थे।  ऋद्धिमान साहा पर गुजरात को तेज शुरुआत देने की जिम्मेदारी होती है। इस दौरान अगर वह आउट भी हो जाते हैं, तो टीम मैनेज

#DRS #msdhoni माही ने इस IPL के बाद संन्यास लेने का इशारा किया है। धोनी ने ईडन गार्डंस, #ipl #dhoni #cricket

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#DRS #msdhoni  माही ने इस IPL के बाद संन्यास लेने का इशारा किया है। धोनी ने ईडन गार्डंस, कोलकाता में KKR के खिलाफ 49 रन से मैच जीतने के बाद कहा कि पब्लिक भारी संख्या में मुझे फेयरवेल देने के लिए ग्राउंड पर आ रही है। यह कहने के बाद उनके चेहरे पर हल्की सी मुस्कान आ गई। जब धोनी से पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन सेरिमनी में पूछा गया कि कोलकाता के होम ग्राउंड में ज्यादा समर्थक चेन्नई के थे, तब उन्होंने कहा मैं सपोर्ट के लिए बस थैंक्यू कहूंगा। काफी ज्यादा संख्या में लोग आए थे। अगली बार इनमें से ज्यादातर लोग KKR की जर्सी में आएंगे। वे मुझे फेयरवेल देने की कोशिश कर रहे हैं, इसलिए क्राउड का बहुत सारा शुक्रिया।  महेंद्र सिंह धोनी का यह बयान सुनते ही दिल से आवाज आई कि अभी ना जाओ छोड़ कर कि दिल अभी भरा नहीं...! ऐसा नहीं है कि धोनी के फैन होने के नाते यह बात कही जा रही है। हकीकत यह है कि 41 की उम्र में आज भी ग्राउंड पर उनसे बड़ा कप्तान और विकेटकीपर कोई दूसरा नहीं है। माही की फिटनेस अपने आप में मिसाल है। कोलकाता के खिलाफ धोनी को सिर्फ 2 गेंद के लिए बल्लेबाजी मिली, लेकिन इस दौरान भी उन्होंने अपनी छाप छोड़ दी।

part 3 अतीक अहमद:- प्रारंभ से अंत तकपार्ट -3नवंबर 1989 में

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FBP/60/2023 अतीक अहमद:- प्रारंभ से अंत तक पार्ट -3 नवंबर 1989 में अतीक अहमद पहली बार इलाहाबाद पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीत कर विधायक बने तो उनके दामन में चांद बाबा की खौफनाक हत्या के ऐसे आरोप थे जो जनता के मनमस्तिष्क में घर गये मगर प्रशासन ने कभी उन्हें इसके लिए आरोपित नहीं किया। विधायक बनते ही अतीक अहमद ने अपने पिता को तांगा चलाने से मना किया और चकिया तिराहे पर ही अपने आफिस के सामने लकड़ी चीरने का एक कारखाना खरीद कर दे दिया जहां उनके पिता बैठने लगे। अतीक अहमद का विधायक के तौर पर यह पहला कार्यकाल मात्र दो साल का ही रहा और इन दो सालों में खूंखार अतीक अहमद ने अपनी छवि तोड़ कर इलाहाबाद के तमाम बड़े और इज्ज़तदार लोगों से अपने व्यक्तिगत रिश्ते बनाए दोस्ती की जिसमें इलाहाबाद के एक सबसे बड़े होटल व्यवसाई सरदार जी थे तो एक भगवा राष्ट्रवादी पार्टी के उस समय के सबसे बड़े नेताओं में से एक नेता भी थे जो बाद में विधानसभा अध्यक्ष और कई राज्यों के राज्यपाल बने। अतीक अहमद उन्हें चाचा तो वह अतीक अहमद को बेटा मानते थे। जनता के बीच अपनी खौफनाक छवि तोड़ने के लिए उन्होंने मंसूर पार्क में कैनवास क्

अतीक अहमद:- आरंभ से अंत तकपार्ट -1इलाहाबाद जंक्शन से हर सुबह एक तांगा सवारी बैठाती और खुल्दाबाद, हिम्मतगंज, चकिया पर सवारी उतारती चढ़ाती जंक्शन से 5 किमी दूर स्थित

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अतीक अहमद:- आरंभ से अंत तक पार्ट -1 इलाहाबाद जंक्शन से हर सुबह एक तांगा सवारी बैठाती और खुल्दाबाद, हिम्मतगंज, चकिया पर सवारी उतारती चढ़ाती जंक्शन से 5 किमी दूर स्थित "कसरिया" जाती और फिर वहां से इसी तरह इलाहाबाद जंक्शन रेलवे स्टेशन आती। सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक सवारी ढोने का काम चलता रहता। यह तांगा फिरोज़ अहमद का था जिससे वह जीविकोपार्जन के लिए सवारी ढोते थे।  फिरोज़ अहमद गद्दी बिरादरी के (मुसलमानों में यादव) थे जिनकी इलाहाबाद पश्चिमी और नवाबगंज के ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छी आबादी है। यह लोग शौकिया घोड़े और व्यवसायिक रूप से गाय भैंस बकरी इत्यादि पाल कर दूध‌ का व्यवसाय करने के लिए जाने जाते हैं।  इस बिरादरी का परंपरागत पहनावा सफेद कुर्ता, सफेद तहमद और सफेद साफा था। अतीक अहमद जीवन भर इसी वेशभूषा को धारण किए रहे। कसरिया या कसारी मसारी फिरोज अहमद का पुस्तैनी गांव‌ था , उसी गांव के चकिया मुहल्ले में फिरोज अहमद ने 1972 में घर बनवाया और अपने दो बेटों अतीक अहमद और खालिद अज़ीम उर्फ अशरफ तथा तीन बेटियों शाहीन और परवीन और सीमा के साथ चकिया में रहने लगे। 10 अगस्त 1962 को

part 2 एक था अतीक, एक था इलाहाबाद #ateek_ahmad

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एक था अतीक, एक था इलाहाबाद  .............................................. पार्ट-2 पोस्ट में अतीक अहमद पर आने से पहले समझिए कि "चांद बाबा" क्या था ? तब पोस्ट सही से समझ में आएगी। दरअसल 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या से उथल पुथल शहर के हम्माम गली में रहने वाला "शौक ए इलाही उर्फ चांद हड्डी" हार्डकोर क्रिमिनल था , उसके जुर्म का इतिहास सराए गढ़ी के हमाम गली में झाड़ फूंक करने वाले एक बाबा की हत्या से शुरू हुआ, चांद हड्डी को शक था कि उसके बड़े भाई रहमत की मौत बाबा के झाड़ फूंक की वजह से हुई है। इस घटना से चांद हड्डी, चांद बाबा बन गया , चांद बाबा के खिलाफ शाहगंज थाने में एफआईआर दर्ज हुई और चांद बाबा को गिरफ्तार करके नैनी जेल भेज दिया गया। जेल से जमानत पर छूटते ही चांद बाबा अपने बड़े भाई रहमत के करीबी दोस्त को गोलियों से भून दिया। क्योंकि चांद बाबा को शक था कि यह खास दोस्त भी रहमत की मौत का ज़िम्मेदार है। यहां से शुरू होता है चांद बाबा के जुर्म का दौर और चांद बाबा ने तीसरी हत्या अपने वकील की ही कर दी जब वकील की उसके साथ किसी बात पर बहस हो गई। वकील का सीना पहले