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अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मची खलबली !!विदेशी तख्तापलट करने वाले अमेरिकी राजनीतिज्ञों को सज़ा मिलनी चाहिए !

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अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मची खलबली !! विदेशी तख्तापलट करने वाले अमेरिकी राजनीतिज्ञों को सज़ा मिलनी चाहिए !!  पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन रॉबर्ट बोल्टन ने 12 जुलाई को मीडिया को दिए एक इन्टरव्यू में स्वीकार किया कि उन्होंने "दूसरे देशों में तख्तापलट की योजना बनाने में मदद की थी"। हालांकि बोल्टन ने यह नहीं बताया कि उन्होंने कौन-सा "तख्तापलट" किया था, उन्होंने 2019 में वेनेजुएला में तख्तापलट के प्रयास का उल्लेख किया। बोल्टन के सच बोलने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खलबली मच गई है। बोलीविया के पूर्व राष्ट्रपति इवो मोरालेस ने 13 तारीख को सोशल मीडिया पर निंदा की कि बोल्टन के कथन से पता चलता है कि अमेरिका "लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन" है। वास्तव में साल 2008 में अल जज़ीरा के साथ हुए एक साक्षात्कार में बोल्टन ने कहा था कि विदेशी तख्तापलट की योजना बनाना कभी-कभी "अमेरिकी हितों को आगे बढ़ाने के लिए एक आवश्यक साधन" था। अमेरिकी राजनीतिज्ञ विदेशी तख्तापलट की योजना बनाने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाते हैं। यानी क

कामरेड विलुप्तप्राय प्रजाति है। यह अक्सर कॉफी हाउस

कामरेड विलुप्तप्राय प्रजाति है। यह अक्सर कॉफी हाउस जैसी जगहों पर पाई जाती है। अक्सर सरकारी नौकरी वाले कॉमरेड होते हैं जिनके पास पर्याप्त फुर्सत होती है। ऐसे लोग भी कामरेड पाए जाते हैं जिनके घर का आधा खर्च बीवियां चलाती हैं और उन्हें आर्थिक चिंता कम होती है। कामरेड्स अक्सर ज्ञानी पाए जाते हैं, काफ्का, हर्नांदेज, गोर्की से शुरू करते हैं और भारतीय साहित्य में बहुत गिरने पर नागार्जुन, मुक्तिबोध तक उतरते हैं, किसी जिंदा कवि का नाम भी नहीं ले सकते।राजनीति में मार्क्स से शुरू करते हैं, हीगल, कांट, फिक्टे, बाकुनिन, क्रोपाटकिन प्रौदा तक पहुंचते चुक जाते हैं और कभी कभी भगत सिंह तक पहुंचते हैं।  कामरेड्स को आम पीड़ित नागरिकों से सिर्फ इतना मतलब होता है कि इनको चेला बनाया जाए। किसी को मित्र नहीं बनाते, क्योंकि इनके जोड़ का ज्ञानी धरती पर होता ही नहीं है। अगर आप इनके जीवन में काम आ सकते हैं, इनके बढ़ने में आर्थिक सामाजिक मदद कर सकते हैं, तभी आप इनके दोस्त बन सकते हैं।  दोस्त बनने के लिए जरूरी नहीं कि आप मार्क्स के नाम भी जानें या पढ़े लिखे हों। आप जर्जरात संघी हों, सपाई हों, बसपाई हों, आपी हों, को

MANUU awards PhD to Irfaz Ahmed Afsana

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July 14, 2022 MANUU awards PhD to Irfaz Ahmed Afsana Hyderabad: Maulana Azad National Urdu University (MANUU) has declared Mr. Irfaz Ahmed Afsana, S/o Mr. Mohd. Sadiq qualified in Doctor of Philosophy in Political Science. He has worked on the topic “Political Participation and Empowerment: A Study of Gujjar and Bakerwal in Poonch District of Jammu Kashmir” under the supervision of Prof. Afroz Alam, Department of Political Science, MANUU. His Viva-Voce was conducted on 20-06-2022.    (Abid Abdul Wasay) Public Relations Officer

अमरोहा_की_दूसरी_सब_से_पुरानी_मस्जिद

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#अमरोहा_की_दूसरी_सब_से_पुरानी_मस्जिद मोहल्ला कटकूई (गुल्लू का नीम ) पर आबाद मस्जिद बहलोल खाँ अमरोहा की दूसरी सब से पुरानी मस्जिद है अमरोहा तहसील की इमारत इसी मस्जिद के सामने है. इस मस्जिद की तामीर शैख़ उमर हुसैन खाँ नियाज़ी ने करवाई थी जो अपने वक़्त के एहम बुज़ुर्ग थे. हज़रत शैख़ उमर हुसैन हज़रत शाह रुकनुद्दीन उर्फ हज़रत शाह पीरक नियाज़ी के बेटे थे. हज़रत शाह पीरक साहब अकबर के ज़माने में जागीर मिलने की वजह से अमरोहा तशरीफ़ लाए. आपके नाम 983 हिजरी मुताबिक़ 1575 में लिखा गया अकबर के एक फरमान का ज़िक्र हज़रत अल्लामा महमूद अहमद अब्बासी ने किया है जिसके मुताबिक़ आपको 85 बीघा ज़मीन मदद ए मआश के तौर पर अता हुई. कांठ रोड पर पिलक सराय गांव आपकी जागीर में था और इसका नाम भी आपके नाम पर पीरक सराय था जो रफ्ता रफ्ता पिलक सराय हो गया. शैख़ उमर हुसैन के नाम भी जहांगीर का एक फरमान है जिसके मुताबिक 102 बीघा ज़मीन आपके दी गयी. मस्जिद बहलोल खाँ की तामीर उस वक़्त हुई जब मस्जिद कैक़बादी (सददो की मस्जिद) की हालत खस्ता हो गयी. ये अकबर के शुरुआती दौर में तामीर हुई. इसका पुराना नाम जामा

बेरोजगार युवक एक बात गांठ बांध लें...

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बेरोजगार युवक एक बात गांठ बांध लें... 6 महीने में आप बाइक के मैकेनिक बन सकते हो । 6 महीने में आप कार के मैकेनिक बन सकते हो । 6 महीने में आप साइकिल के मकैनिक बन सकते हो । 6 महीने में आप मधुमक्खी पालन सीख सकते हो । 6 महीने में आप दर्जी का काम सिख सकते हो । 6 महीने में आप डेयरी फार्मिंग सीख सकते हो । 6 महीने में आप हलवाई का काम सीख सकते हो । 6 महीने में आप घर की इलेक्ट्रिक वायरिंग सीख सकते हो । 6 महीने में आप घर का प्लंबर का कार्य सीख सकते हो । 6 महीने में आप मोबाइल रिपेयरिंग सीख सकते हो । 6 महीने में आप दरवाजे बनाना सीख सकते हो । 6 महीने में आप वेल्डिंग का काम सीख सकते हो । 6 महीने में आप मिट्टी के बर्तन बनाना सीख सकते हो । 6 महीने में आप योगासन सीख सकते हो । 6 महीने में आप मशरूम की खेती का काम सीख सकते हो । 6 महीने में आप बाल काटना सीख सकते हो । मात्र 6 माह में  आप ऐसे ही बहुत से  "स्वरोजगार कुशलतापूर्वक सीख सकते हो"  जो आपके परिवार को  भूखा नहीं सोने देगा । आज भारत में सबसे अधिक दुखी  वे लोग हैं  जो बहुत अधिक पढ़ लिखकर बेरोजगार हैं । उच्च शिक्षा पाकर भी  अगर आप रो

जब दुबई की बुनियाद रखने वाले शेख राशिद बिन अल मकतूम से उनके देश के भविष्य के बारे

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जब दुबई की बुनियाद रखने वाले शेख राशिद बिन अल मकतूम से उनके देश के भविष्य के बारे में पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया कि मेरे दादा ऊंट की सवारी करते थे, मेरे पिता भी ऊंट की सवारी करते थे, मैं मर्सिडीज की सवारी करता हूं, मेरा बेटा लैंड रोवर की सवारी करता है।   .....और मेरा पोता लैंड रोवर की सवारी करने जा रहा है लेकिन मेरे परपोते को फिर से ऊंट की सवारी करनी होगी।  उसने पूछा क्यों? उनका जवाब था, "मुश्किल वक्त मजबूत आदमी पैदा करता है, मजबूत आदमी आसान वक्त पैदा करता है। आसान वक्त कमजोर आदमी पैदा करता है और कमजोर आदमी कठिन वक्त पैदा करता है।" ज्यादातर लोग यह नहीं समझेंगे, लेकिन आपको बहादुर बनना होगा, न कि आरामतलब। हमने मुश्किलें देखी हैं और बच्चों के लिए चीजें आसान की हैं। हमारे बच्चों ने आसानी देखी है और वे परेशानिया पैदा कर रहे हैं। कुदरत ने इंसान को इस दुनिया में मजे के लिए नहीं मेहनत के लिए बनाया है। मेहनत इंसान को ताकतवर बनाती है और आराम इंसान को बीमार बनाता है। वह काम न करें जिसमें मेहनत की जरूरत न हो बल्कि मुश्किल काम करे !!

अशोक स्तंभ बौद्ध प्रतीक है। अब वह राष्ट्रीय प्रतीक है। नए संसद भवन में अशोक स्तंभ की स्थापना करने के लिए ब्राह्मणों को बुलाकर पूजा और पाखंड करना न सिर्फ इतिहास की परंपरा के खिलाफ है

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अशोक स्तंभ बौद्ध प्रतीक है। अब वह राष्ट्रीय प्रतीक है। नए संसद भवन में अशोक स्तंभ की स्थापना करने के लिए ब्राह्मणों को बुलाकर पूजा और पाखंड करना न सिर्फ इतिहास की परंपरा के खिलाफ है बल्कि असंवैधानिक भी है। ये महान बौद्ध विरासत को हड़पने की कोशिश भी है। इस मौक़े पर अगर बुलाना ही था तो बौद्ध भंते जी को बुलाते। या किसी को न बुलाते। अशोक स्तंभ का मूल स्वरूप सारनाथ संग्रहालय में रखा है। वही छवि डाक टिकटों से लेकर सरकारी दस्तावेज़ों में है। उनमें शेर की शांत मुद्रा है। सम्राट अशोक ने बौद्ध धम्म के प्रचार के लिए ऐसे स्तंभ लगाए थे।  आज प्रधानमंत्री ने जिस तथाकथित अशोक स्तंभ की ब्राह्मण रीति से नए संसद भवन में स्थापना की उसमें शेर बहुत नाराज़ और उग्र है। परेशान भी है।  क्या आपने गौर किया? ये मोनोमेन्ट भद्दा और बेहूदा होने के साथ साथ अधूरा भी है , पैरों के मोटे मोटे ज्वाइंट तक दूर से स्पष्ठ दिख रहे हैं, काम मे फिनिशिंग नही है, किसी अनाडी जुगाड़िये कलाकार ने शायद किसी जल्दबाजी बनाया है , सम्भव है इसे मान्य करने वाले अधिकारीयो ने मोटा कमीशन खाया हो, इसकी कीमत कितनी होगी यह भी नही बताया गया है , .

MANUU awards PhD to Syed Abdul Basit Andrabi

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July 13, 2022 MANUU awards PhD to Syed Abdul Basit Andrabi Hyderabad: Maulana Azad National Urdu University (MANUU) has declared Mr. Syed Abdul Basit Andrabi, S/o Mr. Syed Gias Ud Din Andrabi qualified in Doctor of Philosophy in Computer Science. He has worked on the topic “Web Based Neural Machine Translation System” under the supervision of Prof. Abdul Wahid, Department of Computer Science & Information Technology, MANUU and Co-Supervisor, Dr. Aadil Ahmad Lawaye, Assistant Professor, Department of Computer Science, Baba Ghulam Shah Badshah University, J&K. His Viva-Voce was conducted on 16-06-2022.  (Abid Abdul Wasay) Public Relations Officer

10 बिलियन डालर की लागत से तैयार जेम्स वेब ऐसे समय मे ब्रह्मांड के दुर्लभ ओर अदभुत नज़ारे दिखा रहा है जब 8 बिलियन आबादी की ये छोटी सी दुनिया आपस मे लठ्ठम लठ्ठा होकर एक दूसरे को निबटाने के चक्कर मे पूरा झोपड़ा फूंकने को तैयार बैठी है । #putin #Biden

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10 बिलियन डालर की लागत से तैयार जेम्स वेब ऐसे समय मे ब्रह्मांड के दुर्लभ ओर अदभुत नज़ारे दिखा रहा है जब 8 बिलियन आबादी की ये छोटी सी दुनिया आपस मे लठ्ठम लठ्ठा होकर एक दूसरे को निबटाने के चक्कर मे पूरा झोपड़ा फूंकने को तैयार बैठी है ।  बाइडन आज इजरायल पहुंच रहे है । पूरा इजराइल हाई एलर्ट पर है वहां लगातार आपातकालीन हमले के सायरन बज रहे है । पुतिन कल ईरान पहुंच रहे है । जबकि पुतिन ने अमेरिका को सीधे न्यूक्लियर हमले तक की धमकी दे डाली है । अमेरिका के 70 बड़े शहरो मे एडवाइजरी जारी कर दी गयी है कि हमले के समय आपको क्या करना है । ईरान अपने ड्रोन ओर मिसाइले स्टेंड बाई कर रहा है । यूक्रेन ने अमेरिकी मिसाइल मारकर रशियन मिलिट्री बेस उड़ा दिया है ।  ऐसे समय मे नासा ये गैलैक्सी के अदभुत नजारे दिखा रहा है कि देखो हम दुनिया केसे बनी ओर ब्रह्मांड क्या है सब कुछ जान गये है । अत: आप सभी हमारे विरोधीओर ईर्ष्यालु लोगो सुन लो हमे हल्के मे मत लेना ... अच्छी बात है एप्रिशिएट करना चाहिए प्रोग्रेसिव चीजो से थोड़ा बूस्ट मिलता है । लेकिन इस से ये मत समझना कि उन्होने इतना खर्चा सिर्फ तुम्है ये अदभुत नजारे दिखाने.को

MANUU awards PhD to Yasmeen Sultana

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June 30, 2022 MANUU awards PhD to Yasmeen Sultana Hyderabad: Maulana Azad National Urdu University (MANUU) has declared Ms. Yasmeen Sultana, D/o Mr. Syed Zakir Ali qualified in Doctor of Philosophy in Commerce. She has worked on the topic “Lease Financing in India - A Study of Select Leasing Companies” under the supervision of Prof. Badiuddin Ahmed, Dean, School of Commerce & Business Management. Her Viva-Voce was conducted on 16-06-2022. (Abid Abdul Wasay) Public Relations Officer

MANUU awards PhD to Mehdi Bano

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July 6, 2022 MANUU awards PhD to Mehdi Bano Hyderabad: Maulana Azad National Urdu University (MANUU) has declared Ms. Mehdi Bano, D/o Mr. Syed Mubarak Saber qualified in Doctor of Philosophy in Commerce. She has worked on the topic “Venture Capital Financing in India - A Study of Select Companies” under the supervision of Prof. Nisar Ahmed I Mulla, Department of Management & Commerce. Her Viva-Voce was conducted on 24-06-2022. She is the wife of Mr. Syed Alam Irfan. (Abid Abdul Wasay) Public Relations Officer

MANUU awards PhD to Md. Parwez Alam

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July 7, 2022   MANUU awards PhD to Md. Parwez Alam Hyderabad: Maulana Azad National Urdu University (MANUU) has declared Mr. Md. Parwez Alam, S/o Mr. Md. Mahfooz Alam qualified in Doctor of Philosophy in Social Work. He has worked on the topic “Vocational Education and Employment Opportunities: A Study of Muslim Youth of Hyderabad” under the supervision of Prof. Mohd. Shahid, Department of Social Work.   Parwez Alam was associated with Safa India, an NGO based in Hyderabad for a quite long period. He also has set up an NGO called AN Foundation, which is working in the field of health and employment. His parents are retired teachers and his three brothers did PhD from JNU and Delhi University. Parwez Alam is the younger brother of Dr. Firoz Alam, Assistant Professor, Department of Urdu, MANUU. (Abid Abdul Wasay) Public Relations Officer

MANUU awards PhD to Mirza Muneeb Manan

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July 8, 2022   MANUU awards PhD to Mirza Muneeb Manan Hyderabad: Maulana Azad National Urdu University (MANUU) has declared Mr. Mirza Muneeb Manan, S/o Mr. Mirza Abdul Manan qualified in Doctor of Philosophy in Education. He has worked on the topic “Educational Thought of Sheikh-ul-Aalam and its Relevance to Present System of Education” under the supervision of Dr. Tariq Ahmad Masoodi, Assistant Professor, Department of Education & Training. His Viva-Voce was conducted on 16-06-2022.  (Abid Abdul Wasay) Public Relations Officer

MANUU awards PhD to Attaullah Niazi

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July 12, 2022 MANUU awards PhD to Attaullah Niazi Hyderabad: Maulana Azad National Urdu University (MANUU) has declared Mr. Attaullah Niazi, S/o Mr. Ghulam Mohd qualified in Doctor of Philosophy in Commerce. He has worked on the topic “Financial Performance Evaluation of Power Sector in India: A Case Study of Jammu & Kashmir State Power Development Corporation Limited” under the supervision of Prof. Nisar Ahmed I Mulla, Department of Management & Commerce. His Viva-Voce was conducted on 22-06-2022. Ataullah Niazi had served as President, MANUU Students Union during 2017-18. (Abid Abdul Wasay) Public Relations Officer

राखी विजन कौन है? 50 से ज्यादा टीवी सीरियल में आ चुकी है नजर

राखी विजन कौन है? 50 से ज्यादा टीवी सीरियल में आ चुकी है नजर Rakhi vijan Biography – दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम टीवी की दुनिया की मशहूर अभिनेत्री राखी विजन के बारे में बात करेंगे. राखी विजन को राखी टंडन के नाम से भी जाना जाता है. राखी टंडन ने अपने करियर में कई टीवी शो में काम किया है. इसके अलावा वह बॉलीवुड फिल्म में भी दिखाई दे चुकी है. राखी विजन कौन है? (Who is Rakhi vijan?) यह तो हम सभी जान ही चुके हैं. आगे इस आर्टिकल में हम राखी विजन के परिवार (Rakhi vijan Family), राखी विजन के पति (Husband), राखी विजन की शिक्षा (Rakhi Vision Education), राखी विजन के करियर (Rakhi vijan Career), राखी विजन के टीवी शो (Rakhi vijan tv shows), राखी विजन के विवाद (Rakhi vijan net controversy), राखी विजन की नेटवर्थ (Rakhi vijan net worth) सहित अन्य चीजों के बारे में बात करेंगे. तो चलिए शुरू करते है राखी विजन का जीवन परिचय. 200 से अधिक फिल्मों में किया काम लेकिन ‘तारक मेहता…’ से मिली पहचान राखी विजन जीवनी (Rakhi vijan Biography) टीवी की मशहूर अभिनेत्री राखी विजन का जन्म 21 जुलाई 1977 को मुंबई में

Who is Draupadi Murmu : जानिए कौन हैं राष्‍ट्रपति पद की उम्‍मीदवार द्रौपदी मुर्मू? कौन हैं एनडीए उम्मीदवार और देश की संभावित नई राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू?

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कौन हैं एनडीए उम्मीदवार और देश की संभावित नई राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू? बीजेपी ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए का उम्मीदवार बनाया है. कौन हैं द्रौपदी मुर्मू और बीजेपी ने उन्हें क्यों चुना? नरेंद्र मोदी के साथ द्रौपदी मुर्मू नरेंद्र मोदी के साथ द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को एनडीए ने राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार के तौर पर चुना है. ओडिशा की आदिवासी मूल की मुर्मू का सामना पूर्व बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा से होगा जिन्हें विपक्ष ने अपना साझा उम्मीदवार बनाया है. अगर राष्ट्रपति चुनी जाती हैं तो द्रौपदी मुर्मू इस पद पर पहुंचने वालीं देश की पहली आदिवासी महिला होंगी. चुनाव आयोग की घोषणा के मुताबिक राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 18 जुलाई को होना है. 21 जुलाई को मतदान होगा और 25 जुलाई को नये राष्ट्रपति शपथ लेंगे. द्रौपदी मुर्मू के नाम का ऐलान बीजेपी संसदीय दल की बैठक के बाद किया गया. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बताया कि संसदीय दल ने 20 नामों पर विचार किया और फिर यह फैसला किया गया कि इस पद के लिए पूर्वी भारत से किसी

History of AMU – स्थापना के लिए सर सैयद ने मांगी भीख, पहला ग्रेजुएट छात्र था हिंदू, जानिए रोचक तथ्य

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देश ही नहीं बल्कि दुनिया की मशहूर यूनिवर्सिटी में से एक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) 22 दिसंबर 2020 को पूरे 100 साल की हो गई है। इस ऐतिहासिक मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वर्चुअल तरीके से यूनिवर्सिटी के 100 साल पूरे होने पर हो रहे कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। नरेन्द्र मोदी दूसरे ऐसे प्रधानमंत्री है जो AMU के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। नरेन्द्र मोदी से पहले साल 1964 में लाल बहादुर शास्त्री AMU के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे। तो चलिए एक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के 100 साल पूरे होने के मौके पर जानते है अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के इतिहास (History of AMU) के बारे में? साथ ही यह भी जानेंगे कि सर सैयद अहमद खान कौन थे? अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की स्थापना कब हुई? (When did establish AMU) अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के स्थापना की बात करे तो बता दे कि AMU की स्थापना साल 2020 में हुई थी। उस समय बेगम सुल्ताना को यूनिवर्सिटी का पहला चांसलर (First Chancellor of AMU) बनाया गया जबकि राजा महमूदाबाद को वाइस चांसलर बनाया गया था। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर

रोज घर बैठे फ्री में पैसे कमाए (महीने के 50 हजार) | Paisa Kaise Kamaye

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Ghar Baithe Online Internet Se Paise Kaise Kamaye In Hindi – स्वागत है आपका अपने बेस्ट हिंदी ब्लॉग में. दोस्तों वैसे तो हमने आपको पैसे कैसे कमाए के ऊपर बहुत सारे लेखों में कारगर और वैध टिप्स दिए हैं. अगर आप हमारे Blog के नियमित पाठक हैं तो आपको घर बैठे Online इन्टरनेट से पैसे कमाए और Offline Money Making के बारे में बहुत कुछ पता होगा. जिससे आप फ्री में पैसे कैसे कमाए यह जान चुके होंगे. आजकल हर कोई Extra Income करना चाहता है कोई भी अपने Job पर पूरी तरह से निर्भर नहीं रहना चाहता है. सभी Job के अतिरिक्त भी पैसा कमाने चाहते हैं. अगर आप भी उन लोगों में से हो जो अपनी नौकरी से होने वाली कमाई से संतुष्ट नहीं हो तो आज का यह लेख बहुत Special होने वाला है क्योकि कि आज हम आपको पैसे कमाने के तरीके के बारे में बताएँगे जिनमें से किसी भी तरीके का इस्तेमाल करके और उस पर काम करके अच्छे पैसे कमा सकते हैं. 0:25 / 0:25 घर बैठे ऑनलाइन इंटरनेट से फ्री में पैसे कमाए (Paise Kaise Kamaye) अनुक्रम दिखाएँ ऑनलाइन पैसे कमाने के तरीके के बारे में इस पूरे लेख में बताया है, इनकी मदद से आप Onl

घर बैठे ऑनलाइन पैसे कैसे कमाए – Mobile Se Free Me Ghar Baithe Online Paise Kaise Kamaye 2022?

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200+ तरीकों से घर बैठे फ्री में ऑनलाइन पैसे कैसे कमाए: Ghar Baithe Online Paise Kaise Kamaye 2022 | Free Me Online Paise Kamane Ka Tarika और घर बैठे फ्री में पैसा कैसे कमाए | इसके साथ ही ऑनलाइन पैसा कमाने वाला Apps & Games खेलकर पैसे कैसे कमाए, Best Paisa Kamane Wala Apps Download करके Free Me Ghar Baithe Online Paise Kaise Kamaye से संबंधित पूरी जानकारी हिंदी में! हमारे ब्लॉग MEINHINDI के इस Article को पढ़ने के बाद आपको ऑनलाइन पैसे कमाने के एक से बढ़कर एक तरीकों के बारे में पता चलेगा, क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हमने 200+ ऑनलाइन पैसे कमाने के तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान की है। जिसमें इंटरनेट से ऑनलाइन फ्री में पैसे कैसे कमाए, भी शामिल है। Bonus Points: हमने इस लेख में ऑनलाइन पैसे कमाने के ऐसे तरीकों के बारे में भी बताया है, जिन्हें करने के लिए आपको एक भी रुपए खर्च करने की आवश्यकता नहीं है और बदले में आप लाखों रुपए तक कमा सकते हैं! हमें पूरा विश्वास है कि अगर आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ लेते हैं, तो आपको गूगल पर दोबारा यह सर्च करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी कि ऑनला