10 बिलियन डालर की लागत से तैयार जेम्स वेब ऐसे समय मे ब्रह्मांड के दुर्लभ ओर अदभुत नज़ारे दिखा रहा है जब 8 बिलियन आबादी की ये छोटी सी दुनिया आपस मे लठ्ठम लठ्ठा होकर एक दूसरे को निबटाने के चक्कर मे पूरा झोपड़ा फूंकने को तैयार बैठी है । #putin #Biden
10 बिलियन डालर की लागत से तैयार जेम्स वेब ऐसे समय मे ब्रह्मांड के दुर्लभ ओर अदभुत नज़ारे दिखा रहा है जब 8 बिलियन आबादी की ये छोटी सी दुनिया आपस मे लठ्ठम लठ्ठा होकर एक दूसरे को निबटाने के चक्कर मे पूरा झोपड़ा फूंकने को तैयार बैठी है ।
बाइडन आज इजरायल पहुंच रहे है । पूरा इजराइल हाई एलर्ट पर है वहां लगातार आपातकालीन हमले के सायरन बज रहे है । पुतिन कल ईरान पहुंच रहे है । जबकि पुतिन ने अमेरिका को सीधे न्यूक्लियर हमले तक की धमकी दे डाली है । अमेरिका के 70 बड़े शहरो मे एडवाइजरी जारी कर दी गयी है कि हमले के समय आपको क्या करना है । ईरान अपने ड्रोन ओर मिसाइले स्टेंड बाई कर रहा है । यूक्रेन ने अमेरिकी मिसाइल मारकर रशियन मिलिट्री बेस उड़ा दिया है ।
ऐसे समय मे नासा ये गैलैक्सी के अदभुत नजारे दिखा रहा है कि देखो हम दुनिया केसे बनी ओर ब्रह्मांड क्या है सब कुछ जान गये है । अत: आप सभी हमारे विरोधीओर ईर्ष्यालु लोगो सुन लो हमे हल्के मे मत लेना ...
अच्छी बात है एप्रिशिएट करना चाहिए प्रोग्रेसिव चीजो से थोड़ा बूस्ट मिलता है । लेकिन इस से ये मत समझना कि उन्होने इतना खर्चा सिर्फ तुम्है ये अदभुत नजारे दिखाने.को किया है । अगर कुछ काम का हाथ लग गया तो इन्नी जल्दी बताएगे भी नही । पहले खुद अपना लाभ हानि देखकर तब जो दिखाने लायक होगा वही दिखाएगे ।
जनाब ये 5th जनरेशन वार है ये इसी तरह लड़ी जानी है आपको याद है शीतयुद्ध के समय उड़नतश्तरी बहुत दिखाई देती थी ? एलियन भी यहां घूमने फिरने आ जाते थे ? लेकिन अब बहुत सालो से उनका टूरिज्म बंद पड़ा है । ये लोग उस टाइम भी नील आर्मस्ट्रांग ओर यूरी गागरिन को चांद पर लेकर चढ़ गये थे ? तब तो इतनी उन्नत तकनीक भी नही थी ? जबकि आज तो बहुत कुछ है ? स्पीड भी पहले से काफी बेहतर है लेकिन दोबारा कोई नही गया ? हमारा मिशन मून ओर मंगल सबको पता ही है उसमे शायद थोड़ा कोई पनोती इफेक्ट आने से मामला लास्ट मे आकर गड़बढा गया था ।
असल मे हमारे इस पूरे उपमहाद्वीप की ये बदकिस्मती है कि हममे से अधिकतर नेचुरल भ्रष्ट ईर्ष्यालु बर्बर ओर सल्फेट प्रवृति के लोग है । अभी लंका का सीन हम सभी ने देखा बाकी देशो की भी हवा टाइट है । पड़ोसी पाकिस्तान का सबसे ज्यादा रेवेन्यू जनरेट करने वाली आर्थिक राजधानी करांची बाढ़ मे डूबा हुआ है । वहा अभी 4 दिन ओर बारिश करवाकर तबियत राजी की जाएगी ।
अपने यहा आसाम गुजरात मुंम्बई ...भारी बारिश ओर बाढ़ झेल ही रहे है ? लेकिन क्या फर्क पड़ता है ? जब बरसात होती है तो पानी आता है ओर जब ज्यादा बारिश होती है तो ज्यादा पानी आता है...
सोचिए इतनी बड़ी बड़ी बाते करने वाले महान देश आजतक इस धरती को सब मनुष्यो के रहने के लिए सुखद नही बना सके ? उन्होने अनाज समुद्र मे फेंक दिया लेकिन इथोपिया युगांडा सोमालिया मे भूख से मरते लोगो मे नही बांटा ? जहा इन गरीब कहे जाने वाले देशो मे माल या जमीन मे दबा खजानख दिखा वहा पहले हथियार बांटे आपस मे लड़ाया फिर अपनी फोज लाकर माल समेटा ओर निकल लिए ?
ये ससुरे तो खुद अपने मुल्क को सुखद नही बना सके ? काले गोरे , ओर अब तो हर 10 , 5 दिन मे कोई भटका हुआ युवक मानसिक तनाव मे आकर किसी भी स्कूल अस्पताल मे घुसकर अंधाधुंध गोलिया चलाकर 10 ,20 को लिटा देता है
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