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अगस्त, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Waterfall Implosion या Controlled Demolition कहा जाता है जिसमें Explosives और Detonators की मदद से महज चंद seconds में ही बड़ी से बड़ी इमारत

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मैं इस बहस में नहीं पड़ना चाहता कि क्या NOIDA स्थित ये Twin Tower क्यूँ गिरा दिया गया l  आज पोस्ट करने के पीछे का मक़सद आपको यह बताना है कि किस तरह से एक 100 मीटर ऊँची इमारत महज 9 सेकंड में ज़मींदोज़ हो जाती है l  इसे अंग्रेज़ी में Waterfall Implosion या Controlled Demolition कहा जाता है जिसमें Explosives और Detonators की मदद से महज चंद seconds में ही बड़ी से बड़ी इमारत गिराये जाते हैं l  Supertech Builders की 32 Storey Apex और 28 मंजिला Ceyane को उपरोक्त तकनीक से ही कुछ पलों में जमींदोज कर दिया गया l इसमें 3700 Kg Explosives का इस्तेमाल किया गया l लेकिन मैं आपको ये सब क्यूँ बता रहा हूँ l  ज़रा अपने दिमाग पर ज़ोर डालिए और याद कीजिए कि 11th September 2001 को भी इसी प्रकार से एक 110 मंजिला इमारत को कुछ पलों में जमींदोज कर दिया गया था l नहीं नहीं! उसे तो ओसामा बिन लादेन के लोगों ने 2 हवाई जहाजों की मदद से उड़ाया था l  अमेरिका स्थित 110 मंजिला World Trade Centre जो कि एक Twin Tower की शक्ल में था, 9/11 को कथित तौर पर ओसामा बिन लादेन के लोगों ने हवाई जहाज़ को बिल्डिंग से टकराकर महज चंद सेकं

लाल सिंह चड्डा, थ्री इडियट्स, तारे जमीं पर, पीके सरीखी फ़िल्म तो नहीं कही जा सकती है

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लंबे समय से बॉलीवुड में पड़े सूखे को आमिर खान निर्मित लाल सिंह चड्डा फ़िल्म के रिलीज़ से होने से राहत मिल गयी है। साथ यह भी प्रूव हो गया कि बायकॉट गैंग, नफरती गैंग इत्यादि की कोई नहीं सुनता, यदि सब्जेक्ट और उसका प्रजेंटेशन बेहतरीन तरीके से हो।  लाल सिंह चड्डा, थ्री इडियट्स, तारे जमीं पर, पीके सरीखी फ़िल्म तो नहीं कही जा सकती है लेकिन वन टाईम वॉचेबल मूवी जरूर है। आमिर खान और मोना सिंह की एक्टिंग बहुत इम्प्रेसिव है। फ़िल्म इमोशनल भी है और मैसेज डिलीवर भी करती है।  फ़िल्म रियल घटनाओं जैसे भारत में इमरजेंसी हटने के साथ, क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतना, ऑपरेशन ब्लू स्टार, इंदिरा गांधी की हत्या, सिख दंगे, मंडल कमीशन, अयोध्या रथ यात्रा, अटल बिहारी जी की सरकार, अन्ना आंदोलन और मोदी सरकार तक की झलकियां है। हालांकि इन झलकियों से कोई निष्कर्ष नहीं निकलता है बस इतना है कि साम्प्रदायिक दंगों को एक नाम दिया गया "मलेरिया फैलना" इसलिए लाल सिंह चड्डा धर्म और धार्मिक पहचान से दूरी रखता है हालांकि अंत में आमिर का सरदार बनना भी एक ट्विस्ट है। किसी का केवल अंधा समर्थन करने या अंधा विरोध करने से फ़िल्म को कुछ नह

एक #मोटी_राखी हुआ करती थी, बडी सी #फोम वाली

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एक #मोटी_राखी हुआ करती थी, बडी सी #फोम वाली... उपर शुभ लाभ बैठे होते थे.. दो_रूपये से लेकर पाँच रूपये तक की मोटी सी बडी़ राखी #गांव की दुकानों में मिला करती थी.. वो दुकानें जो प्रतिबिंब हुआ करती थी सादगी की... बहनें तब #रोड़वेज बस से आया करती थी.. जैसे ही बस, बस अड्डे पर आती..हम भाग लिया करते थे...एक पुराना झोला..जिसमें #बताशे_गुड़, नारियल हुई करती थे...और खुशकिस्मती से बहन अगर, किसी बड़े से #कस्बे में ब्याही है तो फिर फल के नाम पर हुआ करते थे दर्जन भर #केले... ये वो #दौर था जब राखी बंधवाने का इतना #शौक की जब तक #कलाई_से_कोहनी तक सब कुछ धागों से भर ना जाता तब तक चैन नहीं पड़ता था... मुंह में घुमते उस गुड़ की मिठास आजकल के डिब्बे वाली मिठाई से हजार गुना बेहतर लगती थी। फिर जेब से एक मुड़ा तुड़ा ग्रामीण पृष्ठभुमि को परिलक्षित करता हुआ, #ट्रैक्टर_छाप पाँच #रूपये का कागज का नोट पाकर बहन इतनी खुश हो जाया करती थी कि जैसे उन्हे कुबेर का #खजाना मिल गया हो... #शाम को घर में #खीर_पूडी़ का दौर चलता.. राखी का धागा इतना #पवित्र माना जाता कि आस #पडौ़स की लड़कियों से भी राखी बंधवाने में कोई परहेज नहीं

world_Indigenous_peoples_day

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उक्त तस्वीरों में केवल लोकतंत्र ही देखना। तब आपको यहां दिखाई पड़ेगा सभी का समान हिस्सा और समझ आयेगा कि यही होता असली लोकतंत्र और असली लोकतंत्र आदिवासियों, मूलनिवासीयों की देन है। विश्वभर में आज मूलनिवासी दिवस #world_Indigenous_peoples_day मनाया जाता है। भारत में इसी दिवस को आदिवासी दिवस भी कहा जाता है। धरती के आदिवासी ही मूलनिवासी हैं। तमाम धातु से लेकर दवा, दारू तक आदिवासियों की सम्पत्ति और खोज है।  आज भी भारत के जितने भी पेटेंट दर्ज है यकीन कीजिए 90 प्रतिशत फर्जी है क्योंकि वह उक्त व्यक्ति का मूल अध्ययन, खोज या विषय नहीं है। उसने बस पेटेंट अपने नाम किया है। भले ही आज राष्ट्रपति एक आदिवासी महिला हो मगर वास्तविकता यही है कि आज भी मूलनिवासी, आदिवासी सबसे वंचित और उपेक्षित है। देश के साधन, संसाधनों पर उनका रत्तीभर का भी हिस्सा नहीं है। इसकी चिंता हम सबको मिलकर करनी है।  वैश्विक पटल पर मूलनिवासियों के मानवाधिकारों को लागू करने और उनके संरक्षण के लिए 1982 में UNO (संयुक्त राष्ट्र संघ) ने एक कार्यदल UNWGIP (United Nations Working Group on Indigenous Populations) के उप

आज तमन्ना का जन्मदिन है , केवल एक पिता होने की कारण ही नहीं , एक अच्छी इंसान होने के कारण मुझे लगता है कि तमन्ना मौजूदा दौर में एक महत्वपूर्ण हस्तक्षेप के रूप में अपने भूमिका निभा रही है .

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आज तमन्ना का जन्मदिन है , केवल एक पिता होने की कारण ही नहीं , एक अच्छी इंसान होने के कारण मुझे लगता है कि तमन्ना मौजूदा दौर में एक महत्वपूर्ण हस्तक्षेप के रूप में अपने भूमिका निभा रही है . अमिति से बहुत अच्छे नम्बर के साथ एल एल एम् करने के बाद उसने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वह न तो कोई सरकारी सेवा करेगी न कोर्पोरेट में नोकरी .  शुरुआत सुश्री मोहिनी गिरी के साथ कर तमन्ना ने सी ए ए आन्दोलन में भागीदारी के कारण पुलिस द्वारा फर्जी मुक़दमों में फंसाए गये लोगों के लिए काम करना शुरू किया -- न केवल लीगल मदद. बल्कि किसी का मकामन किराया तो किसी के स्कूल की फीस तक --  पंजाब के २३ साल के लवप्रीत को दिल्ली पुलिस ने यूं ए पी ए में गिरफ्तार किया - वह तीन महीने एक जोड़ी कपड़ों में जेल में सड रहा था, तमन्ना ने उसकी जमानत हाई कोर्ट से करवा दी . जब यूपी में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह को धर्मांध भीड़ ने शहीद कर दिया तो उनके घर पहुँच कर उनके परिवार को हर संभव क़ानूनी मदद के लिए भी वह आगे रही -- अभी जहांगीरपुरी हिंसा में पुलिस ने एक किशोर को मास्टर मंद बता कर गिरफ्तार किया और उसकी निर्मम पिटाई की --

कुरान शरीफ की सुरतों का नाम और उनका मतलब

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कुरान शरीफ की सुरतों का नाम और उनका मतलब उतआपने अक्सर कुरआन शरीफ की सुरतों का नाम तो सुना या पढ़ा ही होगा लेकिन क्या आपको इसका मतलब भी मालूम है? तो आइये देखते है 👇 1-सूरह फातेहा = शुरू करना 2- सूरह बकराह= गाय 3- सूरह आले इमरान= हजरत इमरान अलेहिस्सलाम की औलाद  4- सूरह निसा = औरतें 5- सूरह मायदा= दस्तरख्वान 6- सूरह अन्आम = जानवर,मवेशी  उत7- सूरह आराफ = बुलंदीयाँ 8- सूरह अनफाल = माले गनीमत 9- सूरह तौबा= माफी 10- सूरह युनुस = एक नबी का नाम 11- सूरह हुद = एक नबी का नाम 12- सूरह यूसुफ = एक नबी का नाम 13- सूरह राअद =बादल की गरज 14- सूरह इब्राहीम = एक नबी का नाम 15- सूरह हिज्र = एक जगह का नाम 16- सूरह नहल = मधुमक्खी 17- सूरह इस्राईल = हज़रत याक़ूब अलेहिस्सालाम की औलाद  18- सूरह कहफ = गार,गुफा 19- सूरह मरयम = हजरत इसा अलेहिस्सलाम की वालदा मोहतरमा का नाम 20- सूरह ताहा = हुरूफे मुकत्तआत के दो हुरूफ 21- सूरह अंबिया = अल्लाह के तमाम पैगंबर,नबी की जमा (बहुवचन) 22- सूरह हज = जियारत 23- सूरह मुअमीनून = ईमान वाले लोग 24- सूरह नूर = रौशनी 25- सुरह फुरकान = सही और गलत में फर्क करने वाली चीज

अमरीकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी ताइवान की धरती पर उतर गईं हैं। पेलोसी कांग्रेस के सांसदों के दल का नेतृत्व कर रही हैं।

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अमरीकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी ताइवान की धरती पर उतर गईं हैं। पेलोसी कांग्रेस के सांसदों के दल का नेतृत्व कर रही हैं। चीन इसे अपनी चुनौती के रूप में देख रहा है।82 साल की उम्र में ताइवान की धरती पर उतर कर चीन को आँख दिखा देना कोई साधारण घटना नहीं है। इस बार अमरीका ने अपनी तरफ़ से कदम बढ़ा दिया है। अब बारी चीन की है। चीन वेबसाइट हैक करेगा, कुछ धमाका करेगा या इस चुनौती को स्वीकार कर अमरीका से युद्ध करेगा, अभी इन सवालों के साथ आप इस पूरे खेल को प्यादे की तरह देखिए। इस खेल में हम सब प्यादे हैं। यूक्रेन अच्छा भला देश था। अमरीका के चक्कर में बर्बाद हो गया। प्रतिबंधों से रूस को ख़ास फ़र्क़ नहीं पड़ा। यूरोप की ऐसी हालत हो गई है कि जर्मनी जैसा देश जिसने कोयला से बिजली उत्पादन बंद कर दिया था, रिटायर हो चुके कर्मचारियों को खोज रहा है कि वे बंद पड़ी फ़ैक्ट्री को चालू करें और कोयले से बिजली पैदा करें। इस सर्दी में यूरोप थर-थर काँपेगा। रूस का ख़ास नहीं बिगड़ा है। हालत यह हो गई कि उसी रूस से समझौता कर यूक्रेन ने मक्के की खेप निकलवानी पड़ी है ताकि दुनिया को भूखमरी से बचाया जा सके।  क्या ताइवान दूसर