Waterfall Implosion या Controlled Demolition कहा जाता है जिसमें Explosives और Detonators की मदद से महज चंद seconds में ही बड़ी से बड़ी इमारत

मैं इस बहस में नहीं पड़ना चाहता कि क्या NOIDA स्थित ये Twin Tower क्यूँ गिरा दिया गया l 
आज पोस्ट करने के पीछे का मक़सद आपको यह बताना है कि किस तरह से एक 100 मीटर ऊँची इमारत महज 9 सेकंड में ज़मींदोज़ हो जाती है l 

इसे अंग्रेज़ी में Waterfall Implosion या Controlled Demolition कहा जाता है जिसमें Explosives और Detonators की मदद से महज चंद seconds में ही बड़ी से बड़ी इमारत गिराये जाते हैं l 

Supertech Builders की 32 Storey Apex और 28 मंजिला Ceyane को उपरोक्त तकनीक से ही कुछ पलों में जमींदोज कर दिया गया l इसमें 3700 Kg Explosives का इस्तेमाल किया गया l लेकिन मैं आपको ये सब क्यूँ बता रहा हूँ l 

ज़रा अपने दिमाग पर ज़ोर डालिए और याद कीजिए कि 11th September 2001 को भी इसी प्रकार से एक 110 मंजिला इमारत को कुछ पलों में जमींदोज कर दिया गया था l नहीं नहीं! उसे तो ओसामा बिन लादेन के लोगों ने 2 हवाई जहाजों की मदद से उड़ाया था l 
अमेरिका स्थित 110 मंजिला World Trade Centre जो कि एक Twin Tower की शक्ल में था, 9/11 को कथित तौर पर ओसामा बिन लादेन के लोगों ने हवाई जहाज़ को बिल्डिंग से टकराकर महज चंद सेकंड में ही जमींदोज कर दिया था l और आपने भी इस पर अपनी आँखें मूँद कर यक़ीन कर लिया था l क्यूँकी दुनिया की सारी मीडिया यही ख़बर चला रही थी कि Twin Tower को Alqayeda के Terrorists ने उड़ा दिया l जबकि ऐसा विज्ञान के किसी भी सिद्धांत से मुमकिन नहीं था कि एक अल्यूमीनियम के जहाज़ को हज़ारो टन लोहे और Concrete से निर्मित इमारत से टकरा कर धराशाई किया जा सके l NOIDA के Twin Towers जो महज 30-32 मंजिला थी तो उसमें लगभग 55000 टन मलबा गिरा है जिसे साफ़ करने में महीनों लग सकते हैं और इसे गिराने के लिए 3700 Kg Explosives का इस्तेमाल किया गया था जबकि America के WTC Twin Tower जो कि 110 मंजिला थीं तो उसे गिराने के लिए सिर्फ 2 जहाज़ l उसमें लगभग 200000 टन मलबा मिला था l आपको क्या लगता है कि उक्त Twin Towers को Alqayeda के आतंकवादीयों ने 2 जहाज़ की मदद से जमींदोज किया था l 
चूँकि उस वक़्त तक दुनिया के अधिकांश आबादी को यह ज्ञान ही नहीं था कि Controlled Demolition या Waterfall Implosion नामक कोई Technology अस्तित्व में है l इसलिए अधिकांश लोगों ने विदेशी मीडिया द्वारा प्रचारित Propaganda Theory को ही सच मान लिया l उस एक घटना के बाद विश्व की सामाजिक राजनीतिक स्थिति में ऐसा तूफ़ानी परिवर्तन आया कि दुनियाभर में एक नयी शब्दावली का चलन शुरू हुआ जिसे आगे चलकर इस्लामिक आतंकवाद के नाम से प्रचारित किया गया, और इसकी चपेट में इराक, मिस्र अफगानिस्तान, लीबिया, ईरान आदि देश आये और अमेरिका ने अपनी चौधराहट दिखाते हुए NATO की मदद से उपरोक्त ताक़तवर देशों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया l हमारी 10-11 सालों पुरानी पोस्ट देखेंगे वहाँ हमने America के Twin Tower के जमींदोज होने पर लिखा था कि ये Alqayeda की साज़िश नहीं होकर यहूदियों की नापाक साज़िश थी मुसलमानों को बदनाम और बर्बाद करने की जिसमें वो बहुत हद तक कामयाब भी रहे l आपको याद दिलाता चलूँ कि जिस दिन उक्त Tower ध्वस्त हुआ था उस दिन उक्त दोनों बिल्डिंग में काम करने वाले सभी यहूदी छुट्टी पर थे l क्या ये महज इत्तेफ़ाक था l और दूसरी और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इतनी बड़ी इमारत को महज एक हवाई जहाज़ से टकरा कर जमींदोज नहीं किया जा सकता था l आज जब सारा भारत Supertech के Twin Tower को महज 9 सेकंड में जमींदोज होते देखा होगा तो शायद उनकी आँखों पर पड़ा जहालत का पर्दा हट जाये और कथित सच के पीछे का सच देख सकें 

#TwinTowersDemolition

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