सनी देओल उन दिनों मुश्किल वक्त से गुज़र रहे थे। उनकी डकैत और राम अवतार

सनी देओल उन दिनों मुश्किल वक्त से गुज़र रहे थे। उनकी डकैत और राम अवतार फ्लॉप हो चुकी थी। उन्हें तलाश थी एक सुपरहिट फिल्म की। राजकुमार संतोषी ने जब उन्हें घायल की कहानी सुनाई तो वो बहुत खुश हुए। क्योंकि उन्हें इस कहानी में दम लग रहा था। मगर एक परेशानी थी। प्रोड्यूसर ए.सुब्बा राव चाहते थे कि सनी देओल को अपनी फीस कम करनी होगी। दरअसल, राजकुमार संतोषी को इस फिल्म के लिए कोई प्रोड्यूसर नहीं मिल रहा था। चूंकि राजकुमार संतोषी गोविंद निहलानी के असिस्टेंट थे तो लगभग सभी प्रोड्यूसर ये मान चुके थे कि राजकुमार संतोषी तो कोई आर्ट फिल्म बनाएंगे। और आर्ट फिल्मों से कमाई कुछ खास होती नहीं है। 

बड़ी मुश्किल से ए.सुब्बा राव इस फिल्म को प्रोड्यूस करने को तैयार हुए थे। हालांकि वो चाहते थे कि फिल्म में संजय दत्त को हीरो लेना चाहिए। मगर संजय दत्त के पास फुर्सत नहीं थी इस फिल्म में काम करने की। इसलिए राजकुमार संतोषी ने उन्हें राज़ी किया था कि सनी देओल को ही हीरो लेना चाहिए। पर चूंकि सुब्बा राव खुद उन दिनों आर्थिक परेशानियों में फंसे थे और उनके पास भी फंड की कमी थी तो वो चाहते थे कि सनी देओल अपनी फीस कम करें। संतोषी ने जब ये बात सनी देओल को बताई तो ना चाहते हुए भी सनी देओल इसके लिए तैयार हो गए। मगर उन्होंने शर्त रखी कि किसी को पता नहीं चलना चाहिए कि घायल के लिए मैं कम फीस ले रहा हूं। सुब्बा राव इसके लिए मान गए। 

सुब्बा राव ने सनी से ये वादा ज़रूर किया था कि अगर घायल 100 हफ्ते चल गई तो वो सनी को और एक लाख रुपए दे देंगे। तभी सनी ने सोचा कि क्यों ना ये कहानी अपने पापा धर्मेंद्र को सुनाई जाए। धर्मेंद्र उन दिनों अपनी फिल्म बंटवारा की शूटिंग के सिलसिले में मुंबई से बाहर थे। संतोषी और सनी दोनों धरम जी से मिलने पहुंच गए। वहां राजकुमार संतोषी जी ने धरम जी को को घायल की कहानी सुनाई। धरम जी को संतोषी का कहानी सुनाने का अंदाज़ बड़ा पसंद आया। इस वक्त तक धरम जी को ये नहीं पता था कि राजकुमार संतोषी एक दौर के बहुत बड़े डायरेक्टर पी.एल.संतोषी के बेटे हैं। 

धरम जी तो ये समझ रहे थे कि संतोषी रमेश सिप्पी या यश चोपड़ा जैसे किसी बड़े डायरेक्टर के असिस्टेंट रहे होंगे। जब राजकुमार संतोषी ने उन्हें बताया कि मैं पी.एल.संतोषी जी का बेटा हूं तो धर्मेंद्र पहले तो हैरान हुए और फिर खुश होते हुए उन्होंने राजकुमार संतोषी को गले से लगा लिया। और कहा कि ये फिल्म मैं अपने बैनर विजेता फिल्म्स के अंडर में प्रोड्यूसर करूंगा। यू्ं इस तरह घायल सनी देओल की होम प्रोडक्शन फिल्म बन गई। आज घायल को रिलीज़ हुए 34 साल पूरे हो गए हैं साथियों। 22 जून 1990 के दिन ये फिल्म रिलीज़ हुई थी। चलिए इस फिल्म से जुड़ी और कुछ कहानियां भी जानते हैं। 

जैसा कि ऊपर मैंने बताया कि इस फिल्म को शुरू में कोई प्रोड्यूसर नहीं मिल रहा था तो अगली कहानी उसी वक्त की है। उस वक्त राजकुमार संतोषी ने मिथुन दा को भी घायल फिल्म की कहानी सुनाई थी। और मिथुन दा को भी ये कहानी बहुत पसंद आई थी। वो इस फिल्म में काम करने को तैयार थे। लेकिन संतोषी को कोई प्रोड्यूसर नहीं मिला और मिथुन दा दूसरे प्रोजेक्ट्स में बिज़ी हो गए। एक और बात, जब राजकुमार संतोषी घायल फिल्म लिख रहे थे तो उनके दिमाग में इसके हीरो के तौर पर कमल हासन की छवि थी। यानि तब संतोषी चाहते थे कि इस फिल्म में कमल हासन जी को लिया जाएगा। पर वो भी ना हो सका था।

ये बात जब इंडस्ट्री में फैली कि राजकुमार संतोषी की फिल्म घायल को धर्मेंद्र प्रोड्यूस कर रहे हैं तो कई लोग संतोषी के पास आए और उन्होंने संतोषी को सलाह दी कि उन्हें सनी देओल को इस फिल्म में नहीं लेना चाहिए। क्योंकि धर्मेंद्र फिल्म की मार्केटिंग पर खर्च करने में कंजूसी करेंगे। इससे फिल्म की सफलता संदेह के घेरे में आ जाएंगे। लेकिन राजकुमार संतोषी को भरोसा था। खुद पर भी और धरम जी पर भी। इसलिए उन्होंने ये फिल्म धरम जी से ही प्रोड्यूस कराई। और इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ज़बरदस्त सफलता हासिल की। 36वें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में इस फिल्म ने 7 पुरस्कार जीते। और उसी साल दो नेशनल अवॉर्ड्स भी अपने नाम किए। 

जिस दिन घायल रिलीज़ हुई थी ठीक उसी दिन आमिर खान कि दिल भी रिलीज़ हुई थी। यूं तो दिल का प्रदर्शन भी शानदार था। और दिल ने कमाई भी लगभग घायल जितनी ही की थी। मगर अवॉर्ड्स के मामले में घायल दिल पर भारी पड़ी थी। दिल को सिर्फ एक ही फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था। वो था बेस्ट एक्ट्रेस अवॉर्ड जो माधुरी दीक्षित को दिया गया था।

सनी देओल चाहते थे कि एक्ट्रेस डिंपल कपाड़िया को इस फिल्म में उनकी हीरोइन लिया जाना चाहिए। उन्होंने जब इस बारे में अपने पिता धर्मेंद्र से बात की तो उन्होंने मना कर दिया। तब सनी देओल ने श्रीदेवी जी को अप्रोच किया। मगर श्रीदेवी जी ने इस फिल्म में काम करने से मना कर दिया। आखिरकार मीनाक्षी शेषाद्री जी को इस फिल्म में सनी की हीरोइन के तौर पर साइन कर लिया गया। 

एक्ट्रेस मौसमी चटर्जी ने घायल में सनी देओल की भाभी यानि राज बब्बर की पत्नी का किरदार निभाया था। शूटिंग के दौरान मौसमी चटर्जी और धर्मेंद्र-सनी देओल के बीच कुछ विवाद हो गए थे। किसी ना किसी बात को लेकर मौसमी चटर्जी और धर्मेंद्र के बीच बहस होती रहती थी। घायल की सक्सेस पार्टी में मौसमी चटर्जी को जब इनवाइट नहीं किया गया तो उन्हें ये बात काफी बुरी लगी। और उन्होंने पब्लिकली इससे नाखुशी ज़ाहिर की थी। हालांकि बाद में देओल परिवार संग मौसमी चटर्जी के रिश्ते फिर से सामान्य हो गए थे। #ghayal #SunnyDeol #trivia #moviefacts

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