सुष्मिता-ललित प्रकरण में लगा कि सुंदर स्त्रियाँ हर उम्र के मर्दों के लिए ट्रॉफी की तरह होती हैं। ललित मोदी ने अपने औऱ सुष्मिता के पर्सनल फोटोज ट्वीट किए हैं। #Sushmita_sen

सैफ और रानी की एक फिल्म आई थी हम तुम। जस का तस तो याद नहीं, लेकिन मोटा-मोटी याद है कि उस फिल्म में सैफ रानी को कहता है कि, ‘हम लड़कों का यूँ है कि यदि किसी लड़की ने उसके साथ कॉफी पी ली तो हम दोस्तों को बताते हैं कि मैंने हाथ पकड़ा। यदि हाथ पकड़ा हो तो कहेंगे किस किया।’

जब कॉलेज में थी तो एक दोस्त ने बताया कि मेरा भाई कहता है कि 'नए शहर में लड़कियाँ एक कोल्डड्रिंक के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाती है।' मेरे लिए यह बात शॉकिंग थी, लेकिन किसी भी सूरत में मैं इस बात पर यकीन नहीं कर पाई थी। 

अपने इर्दगिर्द देखा है कि लड़के अक्सर सुंदर लड़कियों के साथ होते हैं तो उसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को दिखाना चाहते हैं। चाहे दोस्ती ही क्यों न हो, उसे पब्लिसाइज करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ते हैं। मुझे लगा था कि यह एक उम्र तक ही होता है।

सुष्मिता-ललित प्रकरण में लगा कि सुंदर स्त्रियाँ हर उम्र के मर्दों के लिए ट्रॉफी की तरह होती हैं। ललित मोदी ने अपने औऱ सुष्मिता के पर्सनल फोटोज ट्वीट किए हैं। दूसरी तरफ सुष्मिता ने अभी तक इस विषय पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। 

सुष्मिता ने भी इंस्टा पर फोटो पोस्ट किए हैं, लेकिन वो अपने ही फोटो हैं। सुष्मिता एक साहसी और पारदर्शी महिला हैं। इससे पहले के किसी भी रिश्ते को उन्होंने कभी छुपाने की कोशिश नहीं की है। ऐसे में कोई वजह नहीं बनती है कि वे इस रिश्ते को छुपाने की कोशिश करेंगी, लेकिन ललित मोदी कुछ ज्यादा ही जल्दी में हैं। 

महिलाएँ अपने रिश्तों को लेकर अमूमन सहज होती हैं, उन्हें उसे पब्लिसाइज करने की जरूरत नहीं होती हैं, लेकिन पुरुष के लिए सुंदर महिला का साथ उपलब्धि है, वे अपनी उपलब्धि को जल्द से जल्द दुनिया को दिखा देना चाहते हैं। 

सुंदर स्त्रियाँ हर उम्र और हर तबके के मर्द के लिए ट्रॉफी की तरह होती हैं।

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