मुझे शाहरुख इसलिए नही पसंद कि वो एक एक्टर हैं हालांकि हमारे समय के हीरो हैं । मुझे वो इसलिए हमेशा

मुझे शाहरुख इसलिए नही पसंद कि वो एक एक्टर हैं हालांकि हमारे समय के हीरो हैं ।
  मुझे वो इसलिए हमेशा पसंद आये कि वो एक बेहतरीन इंसान रहे ,उनकी बॉयोग्राफी के कुछ अंश पढ़े और जो भी जानकारी रही उसके आधार पर वो हमेशा के लिये पसंद बने ।
@Amitab जी ने बहुत बेहतरीन लिखा है पढ़िये..
आज शाहरुख खान पर लोगों को जांच एजेंसियों से ज्यादा भरोसा है,

शाहरुख के पिता मीर ताजमोहम्मद जब स्कूल में थे तब वो खान अब्दुल गफ्फार खान की खुदाई खिदमतगार ब्रिगेड में थे,स्वतंत्रता संग्राम में जेल गए सत्याग्रह करते थे तो लोगों ने इनके मुंह पर थूका
ये यूनाइटेड इंडिया चाहते थे
इसीलिए पाकिस्तान बनने के बाद ताज मुहम्मद दिल्ली चले आए,होटल से लेकर मिट्टी तेल सप्लाई के बहुत काम किए
रावलपिंडी के पास के किस्सा ख्वानी गांव के थे

शाहरुख के नाना इफ्तिखार अहमद हैदराबाद के संभ्रांत वर्ग के थे और केंद्र सरकार में उच्च पद पर कार्यरत थे
बचपन में शाहरुख ने कई साल मैंगलोर में गुजारे जहां बंदरगाह बन रहा था और शाहरुख के नाना चीफ इंजीनियर थे
लेकिन शाहरुख की मां लतीफ फातिमा को जनरल शाहनवाज़ खान ने गोद लिया था
शाहनवाज़ खान आज़ाद हिंद फौज में मेजर जनरल थे। द्वितीय विश्वयुद्ध के समाप्त होने पर जनरल शाहनवाज खान, कर्नल गुरबख्श सिंह ढिल्लों तथा कर्नल प्रेम सहगल के ऊपर अंग्रेज सरकार ने मुकद्दमा चलाया। उन्हीं जनरल शाहनवाज खान ने आज़ाद होने पर लाल किले पर ब्रिटिश यूनियन जैक को उतारकर तिरंगा झंडा फहराया था,
बाद में जनरल शहनवाज को मुस्लिम लीग और ले. कर्नल गुरुबख्श सिंह ढिल्लन को अकाली दल ने अपनी ओर से मुकदमा लड़ने की पेशकश की, लेकिन इन देशभक्त सिपाहियों ने कांग्रेस द्वारा जो डिफेंस टीम बनाई गई थी, उसी टीम को ही अपना मुकदमा पैरवी करने की मंजूरी दी। मजहबी भावनाओं से ऊपर उठकर सहगल, ढिल्लन, शहनवाज का यह फैसला सचमुच प्रशंसा के योग्य था।
बाद में केंद्र सरकार में मंत्री थे कई बार सांसद रहे

ऐसे लोगों की संतान हैं शाहरुख
दिल्ली के हंसराज कॉलेज से ग्रेजुएशन के समय इन्हे sword of honour दी गई थी
हमेशा अच्छे नंबर लाने के लिए और फुटबाल हॉकी के बेहतरीन खिलाड़ी होने के कारण
शाहरुख खिलाड़ी ही बनना चाहते थे लेकिन फुटबाल में कंधे में चोट लगने के बाद डॉक्टर ने बताया वो ज्यादा जोर कंधे पर नहीं लगा सकते
जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में मास कम्यूनिकेशंस के कोर्स में मास्टर कोर्स के लिए एक साल पढ़ाई की लेकिन फिर छोड़ दी
कॉलेज के समय से नाटक करते थे,अमृता सिंह भी उस समय शाहरुख के साथ नाटक करती थी
बैरी जॉन के ग्रुप में काम करने लगे
बेरी जॉन के शिष्य हैं ये और मनोज वाजपेई,

बेरी जॉन लंदन से भारत आए 1975 के आसपास और यही रह गए
एक थियेटर एक्शन ग्रुप(TAG) बनाया और बहुत कलाकारों को रंगमंच के गुर समझाए तकनीक समझाई।

शाहरुख ने थियेटर किया फिर टीवी में कई सीरियल
दूसरा केवल,फौजी और सर्कस काफी प्रसिद्ध हुए
फिल्मों में जाने के बाद कुछ समय अलग से नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में प्रशिक्षण लिया क्लास अटेंड की
 तब फिल्मों आए अपनी मां के निधन के बाद
अपनी बहन को सदा साथ रखा जिन्हें कुछ समस्या है,शहनाज़ नाम है लेकिन प्यार से लालारुख कहते हैं
मां और पिता के जल्दी गुजरने के बाद लालारुख और गहरे डिप्रेशन में चली गई
गौरी भी उनका बहुत ख्याल रखती हैं

एक रिपोर्ट के मुताबिक शाहरुख सबसे धनी व्यक्ति हैं फिल्म में,पांच हजार करोड़ की संपत्ति है
कोई विदेशी पत्रिका इनकी कुल संपत्ति 600 मिलियन डॉलर बताती है
आज कोलकोता नाईट राइडर्स के अलावा कैरीबियन प्रीमियर लीग में भी एक टीम के मालिक हैं, चार सौ से ज्यादा इनके कर्मचारी हैं
इसके अलावा लंदन दुबई और अन्य देशों में बहुत संभ्रांत इलाकों में घर हैं
सारे भारत में जमीन खरीदी
मन्नत ही उन्होंने ग्यारह करोड़ रुपए में 2001 में खरीदा
आज वही सैकड़ों करोड़ की संपत्ति होगी
इसके सिवा फिल्म प्रोडक्शन कंपनी है
इनके साथ एक बार एक पत्रकार ने चौबीस घंटे गुजारे
वो बुरी तरह थक गया
शारूख भले आज 55 साल के हो गए हैं लेकिन उनमें 30 साल के इंसान से ज्यादा ऊर्जा है
निरंतर काम करते हैं सफ़र करते हैं
चिकन और डायट कोक पीते हैं
भोपाल में उन्होंने कहा था कि लोगों को किसी की कॉपी नहीं करना चाहिए
वो चालीस कप काफी रोज पीते हैं
कोई और पिएगा तो बीमार हो जाएगा
शाहरुख खान मिसाल हैं एकता की सहिष्णुता देशभक्ति और धर्म निरपेक्षता की
मजाक में वो अपने को कश्मीरी ,पख़्तून और हैदराबादी कहते हैं,क्योंकि उनके दादा मीर जान मुहम्मद हिंदको,पश्तो और उर्दू बोलते थे, नाना तेलगु उर्दू इंग्लिश
उनकी पत्नी गौरी छिब्बर आज भी हिंदू हैं और शाहरुख खान शुद्ध मुस्लिम
गणेश जी के बगल में कुरान रखी रहती है
बच्चों को आज़ादी है जो चाहे धर्म अपनाएं मानें
भोली बहन ललारुख बस भाभी के पीछे रहती है
पूजा होती है तो सिर ढंक कर हाथ जोड़कर खड़ी हो जाती है
नमाज़ भी पढ़ती है
शाहरुख ने नाम पैसा कमाया अपने हुनर से काबिलियत से
शुभकामनाएं हीरो,ये समय भी निकल जाएगा देश की दुआएं तुम्हारे साथ हैं ।

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