2008 मे जब इंडिया U19 की टीम वर्ल्ड कप फाइनल जीती थी उस टीम का हिस्सा

2008 मे जब इंडिया U19 की टीम वर्ल्ड कप फाइनल जीती थी उस टीम का हिस्सा आजमगढ़ के Iqbal Abdullah भी थे मुझे आज भी याद है मलेशिया से बेंगलुरु एयरपोर्ट पर जब टीम इंडिया उतरी थी तो उसका भव्य स्वागत हुआ था और जैसे 2007 मे महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने T20 वर्ल्ड कप जीता था और खुले बस मे ट्रॉफी के साथ रोड शो हुआ था उसी तरह U19 वर्ल्ड कप में भी खुले बस मे रोड शो हुआ था उसके बाद चूंकि बीसीसीआई की हेड ऑफिस मुंबई में थी और ट्रॉफी मुंबई मे रखनी थी तो मुंबई के इकलौते खिलाड़ी इकबाल अब्दुल्लाह जीती हुई ट्रॉफी मुंबई लेकर आए थे इकबाल अब्दुल्लाह मुंबई मे कुर्ला स्थित बौद्ध कालोनी में रहते थे तो कुर्ला एरिया में भी उस ट्रॉफी के साथ रोड शो हुआ था और फिर मैं अपने एक दोस्त के साथ इकबाल अब्दुल्लाह से मिलने उनके घर कुर्ला गया था और हम लोगों ने स्टुडियो मे जाकर एक तस्वीर भी निकाली थी याद रहे 2008 की U19 वर्ल्ड कप विनिंग टीम में इकबाल अब्दुल्लाह के साथ साथ कप्तान विराट कोहली रविन्द्र जडेजा सिध्दार्थ कौल मनीष पांडे और सौरभ तिवारी भी थे , लेकिन इकबाल अब्दुल्लाह को छोड़ इस सभी खिलाड़ियों को टीम इंडिया में मौका दिया गया जिस में विराट कोहली और रविन्द्र जडेजा आज टीम इंडिया के अहम हिस्सा हैं,
इकबाल अब्दुल्लाह मुंबई की रणजी टीम का एक अहम हिस्सा थे अभी हाल ही में उन्हों ने 34 साल की उम्र में रिटायरमेंट का एलान किया है उन्होंने 2007 से 2023 तक मुंबई के लिए क्रिकेट खेली,
बाहर से देखने पर इकबाल अब्दुल्ला एक और बाएं हाथ के रूढ़िवादी गेंदबाज प्रतीत हुए हैं जो आधुनिक टी20 क्रिकेट, खासकर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपना अच्छा खेल दिखाए, लेकिन उनके करियर का व्यापक अध्ययन आपको बताएगा कि वह इससे कहीं अधिक हैं।वह ऐसा खिलाड़ी नहीं है जिसे केवल कप्तान ही पसंद करते हों, बल्कि उसके पास एक स्ट्रीट स्मार्ट क्रिकेटर का दिमाग भी है। आज़मगढ़ का यह खिलाड़ी कई बार निचले मध्यक्रम में बल्ले से भी उपयोगी साबित हुआ है 
यह सब उनके लिए 2007 में शुरू हुआ जब उन्होंने हरियाणा के खिलाफ सिलेक्टर को प्रभावित किया था। इकबाल अब्दुल्लाह पर सिलेक्टर की नजर पड़ी और इस दुबले-पतले लड़के को भारत की अंडर-19 टीम में शामिल कर लिया गया। उनकी निरंतरता के कारण वह जल्द ही मुंबई रणजी टीम में नियमित खिलाड़ी बन गए अपनी अच्छी फॉर्म बरकरार रखते हुए, अब्दुल्ला ने 2011 में इमर्जिंग प्लेयर्स टूर्नामेंट के दौरान मैन ऑफ द टूर्नामेंट का पुरस्कार जीता, 2012 में वह आईपीएल विजेता कोलकाता नाइट राइडर्स के सदस्य भी थे।
इकबाल अब्दुल्लाह अपने पूरे क्रिकेट करिअर मे इंडिया ग्रीन, कोलकाता नाइट राइडर्स, मिज़ोरम, मुंबई राजस्थान रॉयल्स, रॉयल चैलेंजर्स बंगलौर, सिक्किम, उत्तराखंड इत्यादि से क्रिकेट खेल चुके हैं फ़िलहाल मुंबई रणजी से सन्यास लेकर Legends League Cricket LLC की भीलवारा किंग्स की टीम का हिस्सा हैं जिसके कप्तान इरफान पठान हैं
बता दें कि इकबाल अब्दुल्लाह के घर वाले नहीं चाहते थे कि वे क्रिकेट खेलें वो इनको अच्छी शिक्षा प्राप्त कर अच्छी नौकरी की चाह में थे चूंकि आजमगढ़ मे लोकल क्रिकेट का चलन खूब रहता है वहाँ के युवा टेनिस बॉल क्रिकेट एवं लेदर बॉल क्रिकेट में काफी आगे हैं लेकिन जिस समय ये खेल ज़िले मे ऊरूज पर था उस समय आईपीएल जैसी कोई लीग नहीं थी और टीम इंडिया मे जगह बनाना बहोत ही मुशिकल काम था इसी वजह से पैरेंट्स ये नहीं चाहते थे कि उनका बच्चा अपना जीवन खेल मे बर्बाद करे इकबाल अब्दुल्लाह के साथ भी यही हुआ उनके पिता उनके गली क्रिकेट के काफी खिलाफ थे लेकिन उनके बड़े भाई ने उन्हें मुंबई का रुख कराया और मुंबई में आजके रणजी क्रिकेट के किंग Sarfaraz khan के पिता नौशाद खान के माचो क्रिकेट क्लब मे एडमिशन दिलवाया इकबाल अब्दुल्लाह की कामयाबी में नौशाद खान का भी काफी अच्छा योगदान रहा है जैसा कि वो खुद कई इंटरव्यू मे इसका जिक्र कर चुके हैं इकबाल अब्दुल्लाह भले ही टीम इंडिया के लिए नहीं खेल पाए लेकिन अपने अच्छे खेल के बल पर आज भी काफी चर्चे मे रहते हैं,
इस लिए कहते हैं जो भी काम करो पूरी मेहनत और लगन से करो सफलता आपके कदम चुमेगी l
इस तस्वीर में पिछले दिनों वो अपने पुराने साथी Ravindra Jadeja के साथ एक रेस्टोरेंट में एंजॉय करते देखे गए 
ये लेख आज़मगढ़ दर्शन के लिए Ali Ashahad Azmi ने लिखा है आजमगढ़ से जुड़ी और जानकारी के लिए इस पेज को फॉलो करेंl
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