केरल मुझे बहुत पसंद है... यहां के पहाड़, जंगल, झीलें, झरने, बैकवाटर्स, बीच, इन

केरल मुझे बहुत पसंद है... यहां के पहाड़, जंगल, झीलें, झरने, बैकवाटर्स, बीच, इन सबका कोई मुकाबला नहीं... पिछले साल जब मैं और दीप्ति पहली बार केरल आए, तो वह हमारी निजी यात्रा थी और यहां काम करने का कोई इरादा नहीं था... हम उत्तराखंड और हिमाचल में अच्छा काम कर रहे थे... और कश्मीर व लद्दाख में एक्सटेंशन करने जा रहे थे... केरल सीन में कहीं था ही नहीं...

लेकिन यहां टूरिज्म के इन्फ्रास्ट्रक्चर को देखकर हम हैरान रह गए... यहां के लोगों के प्रोफेशनलिज्म को देखकर अच्छा लगा... किसी राज्य में कोई शहर या जगह ही टूरिस्ट फ्रेंडली होती है, लेकिन केरल तो पूरा का पूरा राज्य ही टूरिस्ट फ्रेंडली है... फिर इसका टूरिज्म का डेटा देखा... पाया कि केरल भारत में टूरिज्म के मामले में नंबर एक पर है, जबकि हमारे हिमाचल और उत्तराखंड 10 से 15वें नंबर थे... 

इससे मुझे प्रेरणा मिली कि बाकी तो होता रहेगा, लेकिन हमें केरल में काम स्टार्ट कर देना है... उत्साह उत्साह में अप्रैल 2023 में हमने केरल का पहला डिपार्चर निकाल दिया... लेकिन वह केरल का ऑफ सीजन था और लोग गर्मी की छुट्टियां मनाने उत्तर के पहाड़ों में जाने की तैयारियां कर रहे थे, इसलिए वह प्लान सफल नहीं हो सका... 

फिर दिसंबर 2023 में दूसरा डिपार्चर निकाला... यह केरल का अच्छा सीजन होता है... इसमें हमें अच्छा रेस्पोंस मिला... कुल 15 लोगों ने अपनी बुकिंग कराई... जिनमें से 8 ने अपना प्लान अपग्रेड करा लिया... यानी उन्होंने 3-स्टार की बजाय 4-स्टार होटल ले लिए... बाद में इन 8 में से 4 ने किन्हीं कारणों से अपनी ट्रिप कैंसिल कर दी... बाकी बचे 7 लोगों ने 3-स्टार वाला प्लान ही लिया... इन 7 में से 2 लोग अपनी बुकिंग कैंसिल करा चुके हैं... तो कुल मिलाकर केरल के पहले डिपार्चर में 9 लोग जा रहे हैं... 

केरल का यह पहला डिपार्चर सेम वही है, जिसे पहले से हजारों-लाखों ट्रैवल कंपनियां करा रही हैं... कोच्चि से मुन्नार, मुन्नार से थेक्कड़ी, अलेप्पी, कोवलम और त्रिवेंद्रम में ड्रोप.. यह संडे टू संडे 8 दिन के लिए अच्छा प्लान है... इसमें थोड़ा-थोड़ा करके सब कवर हो जाता है... 

लेकिन मुझे यह प्लान कतई पसंद नहीं है... इसका कारण है कि सभी लोग इसे ही करा रहे हैं और सभी लोग इसे ही कर रहे हैं... इसमें कुछ भी नया नहीं है... मुन्नार गए, मट्टूपट्टी डैम देख लिया, हो गया मुन्नार... थेक्कड़ी गए, लेक में बोटिंग कर ली, हो गया थेक्कड़ी... अलेप्पी गए, हाउसबोट में रुक गए, हो गया अलेप्पी... कोवलम गए, बीच पर सनसेट देख लिया, हो गया कोवलम... केरल खत्म... हो गया... 

मुझे इसमें मजा नहीं आता... अब आप कहोगे कि बिजनेस में मेरी इंट्रस्ट नहीं, बल्कि कस्टमर्स की इंट्रस्ट मायने रखती है... इसमें मेरा सोचना थोड़ा अलग है... यहां मेरी इंट्रस्ट भी मायने रखती है... अगर कस्टमर्स और मेरी दोनों की इंट्रस्ट को मिला दिया जाए, तो बहुत अच्छा रिजल्ट निकलकर सामने आएगा... इस प्लान को पहले से ही लाखों एजेंसियां करा रही हैं... आप उन लाखों को छोड़कर नीरज के पास क्यों आओगे??... क्योंकि आपको पता है कि नीरज के पास कुछ अलग प्लान है... 

एक कंपनी है Indiahikes... उत्तराखंड, हिमाचल, कश्मीर वगैरा में बहुत सारे टूर कराती है... लेकिन यह अलग इसलिए है कि यह केवल ट्रैकिंग कराती है... आप इनसे शिमला-मनाली का पैकेज मांगोगे, तो ये मना कर देंगे... आप इनसे नैनीताल के पैकेज मांगोगे, तो ये मना कर देंगे... ये केरल में भी टूर कराते हैं, लेकिन अगर आप इनसे वोई वाला पैकेज मांगोगे, तो ये मना कर देंगे...

हम शुरू से ही Experience based टूर में विश्वास रखते हैं... लेकिन शुरूआत में अपना रेवेन्यू जनरेट करने के लिए हमें वोई वाले टूर भी कराने पड़ते हैं... धीरे-धीरे हम वोई वाले टूरों को बंद कर देंगे...

हम 4 सालों से स्पीति के टूर करा रहे हैं... विंटर स्पीति भी और स्पीति सर्किट भी... यह एक Road Trip and Experience Based Trip है... माइनस 30 डिग्री में रहने का एक्सपेरिएंस, बर्फ से लदे हुए पहाड़ों के बीच घूमने का एक्सपेरिएंस, जमे हुए झरनों के नीचे से गुजरने का एक्सपेरिएंस, जमी झील पर चलने का एक्सपेरिएंस, सब विंटर स्पीति में मिलता है... जिन लोगों ने कभी जीरो डिग्री भी फेस नहीं किया, उन्हें हम माइनस 30 डिग्री में खुले आसमान के नीचे एंजोय करा देते हैं... 

अभी जैसलमेर में एक स्पेशल ट्रिप की घोषणा की, तो कई लोगों ने कहा कि वहां जीरो डिग्री तापमान मिलेगा, कैसे सर्वाइव करोगे??... तो कई लोगों ने ये भी कहा कि नीरज भाई माइनस 30 में सर्वाइव करा देता है, जीरो डिग्री में भी आसानी से करा देगा... कस्सम से, यह बहुत बड़ा फीडबैक है... 

3 दिसंबर से स्टार्ट होने वाला केरल का वोई वाला टूर है, जिसे लाखों एजेंसियां पहले से ही करा रही हैं... हम भी लाखों की भीड़ में चलने लगें, तो इसमें मजा नहीं है... यह हमारा ये वाला पहला और आखिरी डिपार्चर है... इसके बाद हम केरल में और भी डिपार्चर निकालेंगे, लेकिन वे एक्सपेरिएंस बेस्ड होंगे और उन्हें केवल हम ही करा रहे होंगे... अभी वाले डिपार्चर में आप 8 दिनों में फटाफट-फटाफट करके पूरे केरल को देख लोगे... लेकिन इसके बाद जो डिपार्चर होंगे, वे आपको बार-बार केरल आने को मजबूर करेंगे... और हम बार आप नया केरल देखोगे...

आने वाले समय में केरल के पहाड़ों और चाय बागानों को डेडीकेटिड अलग डिपार्चर होगा... जंगल के लिए अलग डिपार्चर होगा... बैकवाटर्स के लिए अलग डिपार्चर होगा, जिसमें आप ऐसे-ऐसे बैकवाटर्स देखोगे, ऐसी-ऐसी जगहें देखोगे, जो आपने कभी नहीं देखी होंगी... और बीच लाइफ का अलग डिपार्चर होगा... इन्हीं के बीच मानसून को डेडिकेटिड अलग डिपार्चर होगा... एक फेस्टिवल बेस्ड डिपार्चर भी होगा... 

अभी बस इतना ही कहना था... फोटो पूवार बैकवाटर का है...

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