#शाहरुख_खान होना क्या है…? शाहरुख खान को
#शाहरुख_खान होना क्या है…?
शाहरुख खान को भारत का ग्लोबल स्टार कहना कहीं से भी ज्यादती नहीं होगी।शाहरुख भारत के सॉफ्ट पावर का ग्लोबल ब्रैंड एम्बेसडर है....पर आप यह बात समझने की सलाहियत नहीं पैदा करना चाहते जबकि समझना इतना कठिन नहीं हैं।
एप्पल का फोन हर किसी के लिए गर्व की बात हो जाती है और हर जगह दिखाता फिरता है कि मेरे पास एप्पल का फोन है।एप्पल दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है जिसका M-Cap 3 ट्रिलियन डॉलर है जो कि हमारे देश भारत की इकॉनमी से ज्यादा है।
इस एप्पल के सीईओ टिम कुक जब भारत आये तो शाहरुख खान के यहाँ डिनर पर थे और टिम कुक से मिलने के लिए फिल्मी दुनिया शाहरुख के घर पर थी...........यह है शाहरुख खान।
ट्विटर, जिस पर आज पूरी दुनिया की डिप्लोमेसी तय हो जाती है,एक ट्वीट से दुनिया मे बहुत कुछ होने लगता है।ट्वीटर कितना प्रभावी मंच है इसी से अंदाजा लगाइए कि ट्रम्प के राष्ट्रपति रहते ट्विटर ने ब्लॉक कर दिया तो ट्रम्प की आवाज़ दब गई और उनको कोर्ट जाना पड़ा।इसी ट्वीटर का फाउंडर और सीईओ जब भारत आता है तो शाहरुख के घर डिनर के लिए पहुंच जाते हैं................यह है शाहरुख खान।
शाहरुख एक हर जर्मनी में किसी होटल में रुके थे तो माइनस डिग्री तापमान होते हुए भी रात को 2 बजे उनके होटल के बाहर 10 हज़ार लोगों की भीड़ जुटी थी।वहां की ऑथोरिटी का कहना था कि इतना भीड़ तो टॉम क्रूज और ब्रैड पिट के आने पर भी नहीं होती है.........यह है शाहरुख खान।
जब ओबामा भारतीय दौरे पर आए थे तो शाहरुख की मूवी DDLJ और उसके डायलॉग का जिक्र किये।ट्रम्प भी अपने दौरे पर इसी फ़िल्म का जिक्र किये।जो लोग सॉफ्ट पावर का मतलब समझते होंगे वो इसके मायने भी समझते होंगे...............यह है शाहरुख खान।
दुनिया के सबसे काबिल और मशहूर फुटबाल प्लेयर क्रिस्टियानो रोनाल्डो(कह सकते हैं कि इस समय पृथ्वी का सबसे पॉपुलर पुरुष) अपनी पार्टनर को जन्मदिन का मुबारकबाद देने के लिए बुर्ज खलीफा पर प्रसारित करवाये औऱ इसके लिए 50 लाख रुपया खर्च किये..........यह बुर्ज खलीफा शाहरुख के जन्मदिन को हर साल प्रसारित करता है।यूएई के शाही परिवारों की शाहरुख से बॉन्डिंग सबको पता है...........यह है शाहरुख खान।
भारत मे बनी मूवी का विदेशों में पॉपुलैरिटी देखेंगे तो शाहरुख की मूवी सबसे ज्यादा मिलेंगी आपको।यह चीज किसी देश के सॉफ्ट ब्रांड इमेज को मजबूत करती है........यह है शाहरुख खान।
1990 के दशक में जब देश मे नफरतों का बोलबाला था तो शाहरुख अपनी अदाओं से देश के युवाओं का आइकॉन बन गए......यह चीज भी कहीं न कहीं नफरतों को कम करने में मदद की होंगी............यह है शाहरुख खान।
कोविद के टाइम में सबसे ज्यादा मदद करने वाला सेलिब्रिटी शाहरुख रहें हैं।शाहरुख ने अपने हर चीज से हमेशा मोहब्बत को बढ़ाया है पर आपको उसकी मोहब्बतें नहीं दिखती हैं।आखिर सिर्फ इसलिए नफरत कि नाम शाहरुख है?
यकीन मानिए आपको ये नफरत कहीं का नहीं छोड़ेगी और जब तक समझ आएगा तब तक देर हो चुकी होगी और चीजों को समेटना मुश्किल हो जाएगा।
सुभाष चन्द्र बोस के सबसे खास कैप्टन शाहनवाज खान शाहरुख खान के नाना थे,जो आज़ादी के लड़ाई के हीरो थे।इसलिए शाहरुख होने के मायने समझिए और नफरत छोड़िए,मोहब्बत को बढ़ावा दीजिये
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