चलो कुछ दिन #मजूरी पे जाया जाए❗️#किसानी करना इतना आसान नहीं....
#साजिश यह है कि जरा सी #फसल_कम होने पर दाम 4-5 #गुना तक #बढ़ सकते हैं...
किसान से हमेशा की तरह पुराने #दामों पर #माल खरीद कर गांवों, कस्बो और शहरों के #गोदामों में भरा जाने लगा है...
#व्यापारी आढ़ती जानते हैं कि किसान #लापरवाह होने लगा है और न वह कम फसल होने पर फसल #जमा कर के रख सकता है, न उस के पास फसल #बढ़ाने का तरीका है...
वह यह भी जानता है कि उस का थोड़ा #पढ़ा-लिखा बेटा तो शहर पढ़ने गया है, ट्विटर, फेसबुक पर राजनीति कर रहा है, धर्म धर्म खेल रहा है,
खेत की #फसल से उसे क्या लेना देना❓
शहर में उसे ऑनलाइन महंगे ब्रांडेड कपड़े, जुते, परफ्यूम चाहिये, महंगा फ़ोन अनिवार्य है❗️
व्यापारी आढ़ती का बेटा पढ़ कर #बाप को #कंप्यूटर चलाना सिखाता है, किसान का बेटा बाप को #नफरत का पाठ पढ़ाने लगा है❗️
बस उसे #धुन है, जिसके लिए उसे #मोहरा बना दिया गया है,,,
उसने ऐसे #ग्रुप जॉइन कर रखे है जो उसे #मानसिक विकलांग बना रहे हैं, बची खुची कसर उसने वॉट्सएप्प ग्रुप जॉइन करके पूरी कर ली❗️😥😥
इधर #पिता व्यथित है कि इस बार भी फ़सल के दाम कम मिले, बेटे को #कोंचिंग फीस, Room, खर्चे के पैसे कहाँ से दूँ❗️
#मंडी में दाम कम मिलने से किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है, कुछ किसानों को बीज की #लागत भी वसूल नहीं हो पाती है❗️
कई बार #सूखा पड़ जाता है, कई बार असमय बरसात फ़सल बर्बाद कर देती है❗️
चलो कुछ दिन #मजूरी पे जाया जाए❗️
#किसानी करना इतना आसान नहीं....
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