संजू सैमसन करियर में पहली दफा ODI वर्ल्ड कप खेलेंगे। BCCI

संजू सैमसन करियर में पहली दफा ODI वर्ल्ड कप खेलेंगे। BCCI ने ऋषभ पंत की चोट को मद्देनजर रखते हुए संजू सैमसन को एशिया कप के बाद वर्ल्ड कप में अवसर देने का फैसला किया है। संजू ODI वर्ल्ड कप में इंडियन मिडिल ऑर्डर की अहम कड़ी होंगे। पहले कहा जा रहा था कि ऋषभ पंत की शानदार रिकवरी को देखते हुए उनका रिहैबिलिटेशन तेज किया जा सकता है। पर NCA के प्रशिक्षकों ने साफ किया कि पंत को जल्दी मैदान पर उतारने का प्रयास उनके करियर के लिए घातक साबित हो सकता है। जसप्रीत बुमराह को जल्दबाजी में ग्राउंड पर उतारने का दुष्परिणाम BCCI भुगत चुकी है। ऐसे में BCCI ऋषभ पंत को लेकर किसी किसी का जोखिम मोल नहीं लेना चाहती। 

शुभमन गिल और रोहित शर्मा की सलामी जोड़ी को देखते हुए संजू सैमसन को मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी का अवसर दिया जाएगा। संजू सैमसन वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 सीरीज और ODI सीरीज के लिए भी चुन लिए गए हैं। BCCI को समझ आ गया है कि संजू के बगैर मौजूदा टीम सेमीफाइनल भी नहीं खेल पाएगी। WTC फाइनल में 209 रनों से मिली करारी शिकस्त के बाद चयनकर्ताओं को डर है कि वर्ल्ड कप में अगर गलत टीम चुन ली गई, तो हिंदुस्तान की आवाम का गुस्सा सातवें आसमान को पार कर जाएगा। संजू सैमसन हिंदुस्तान के सबसे ज्यादा अंडर रेटेड खिलाड़ियों में शामिल रहे हैं। उन्हें कभी भी टीम इंडिया के लिए लगातार किसी फॉर्मेट में लगातार 2 सीरीज के तमाम मैच खेलने का अवसर नहीं मिला।

बचपन में संजू का खेल देखकर परिवार को समझ आ गया था कि बेटा क्रिकेट में बहुत नाम बनाएगा। अगर भारत के लिए चुन लिया गया तो टीम को अपने दम पर कई मुकाबले जिताएगा। बचपन में क्रिकेट किट भारी होती थी तो संजू के पिता और भाई उन्हें दिल्ली के बस स्टैंड पर छोड़ने आते थे। देखो सचिन को उसका बाप-भाई छोड़ने आया है, यह कहकर तब लोग संजू का मजाक उड़ाते थे। छोटी उम्र में तानों ने संजू का कलेजा बहुत मजबूत कर दिया। उसके अंदर क्रिकेट की दुनिया में कुछ कर दिखाने का जज्बा भर दिया। जब एहसास हुआ कि दिल्ली में रहते हुए भारतीय टीम का सफर तय कर पाना शायद संभव ना हो पाए तो संजू के पिता ने कॉन्स्टेबल की नौकरी छोड़ दी। पूरा परिवार सिर्फ एक संजू के क्रिकेट की खातिर केरल शिफ्ट कर गया। परिवार का त्याग और संजू का अथक परिश्रम रंग लाया। 

2013 में 10 लाख रुपए के कॉन्ट्रैक्ट पर संजू को आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स ने अपना हिस्सा बनाया। संजू का दमदार प्रदर्शन ऐसा था कि अगले ही साल 4 करोड़ की भारी-भरकम राशि पर राजस्थान ने उसे रिटेन कर लिया। 19 साल और 58 दिन की उम्र में संजू यंगेस्ट करोडपति आईपीएल प्लेयर बन गया। सबको लगा था कि यह प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी जल्दी ही टीम इंडिया में अपनी जगह बनाएगा। फिर लंबे वक्त तक अपने बूते भारत को मुकाबले जिताएगा। आखिरकार 19 जुलाई 2015 को जिम्बाब्वे के खिलाफ संजू को T-20 इंटरनेशनल में डेब्यू का मौका दिया गया। पर उसके बाद अगले 7 सालों में उन्हें केवल 16 T-20 मुकाबलों में भारतीय टीम में शामिल किया गया। इस दौरान 15 पारियों में संजू ने 136 की स्ट्राइक रेट से 296 रन बनाए। बेस्ट स्कोर के तौर पर उनके बल्ले से 77 रन आए। 

वनडे क्रिकेट की बात करें तो 23 जुलाई 2021 को श्रीलंका के खिलाफ संजू ने भारत के लिए पहला मैच खेला। यह मौका भी इसलिए मिल सका क्योंकि तब दिग्गज खिलाड़ियों को आराम दिया गया था। श्रीलंका को कमजोर समझ कर संजू को टीम में लिया गया था। वनडे की छह पारियों में 44 की औसत से संजू ने 176 रन बनाए हैं। बेस्ट स्कोर के तौर पर उसके बल्ले से 54 रन आए हैं। पर दुर्भाग्य से वह भारत के लिए केवल 7 ODI खेल पाए हैं। हर बार संजू को टीम में तभी चुना गया, जब कोई खिलाड़ी चोटिल हो या सीरीज का महत्व कम हो। संजू सैमसन के बारे में राजस्थान रॉयल्स के ट्रेनर ने बताया कि वह IPL की 15 करोड़ की तनख्वाह में 2 करोड़ यंग प्लेयर्स को क्रिकेटिंग सुविधा उपलब्ध कराने में खर्च कर देते हैं। निस्वार्थ सेवा के कारण भी हर कोई संजू को भारतीय क्रिकेट में सफल होते देखना चाहता है।

संजू भारत के लिए कभी वैसी टीम के खिलाफ नहीं खेल सके, जिसकी गेंदबाजी में दम हो। यह संजू सैमसन के साथ-साथ भारतीय टीम का भी दुर्भाग्य रहा। ICC टूर्नामेंट्स के नॉकआउट मुकाबले में बीते 10 वर्षों में संजू सैमसन जैसे बल्लेबाज की कमी टीम इंडिया ने हमेशा महसूस की। संजू ने अपने फर्स्ट क्लास करियर के 115 मुकाबलों में 3014 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से सर्वाधिक स्कोर के तौर पर 212* रन आए हैं। घरेलू क्रिकेट में लगातार तूफानी प्रदर्शन करने के बावजूद टीम इंडिया की सिलेक्शन के दौरान संजू के साथ किया जा रहा भेदभाव शर्मनाक था। एक प्रतिभाशाली प्लेयर के करियर के साथ यूं खिलवाड़ होता देखना दर्दनाक था। उम्मीद है कि अब BCCI और चयनकर्ताओं को सच समझ आएगा। संजू सैमसन को वर्ल्ड कप के टॉप ऑर्डर में हर मैच में अवसर दिया जाएगा। संजू अपने बल्ले के बूते हिंदुस्तान को 12 साल बाद विश्व विजेता बनाएगा। 

10 साल संघर्ष के बाद वर्ल्ड कप टीम में आना
इतना भी आसान नहीं है संजू सैमसन बन जाना ❤️

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